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लोकानुरंजन मेले का समापन

कल से 18 वॉ पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति नाट्य समारोह

 

उदयपुर 24 फरवरी 2022। भारतीय लोक कला मण्डल के 71 वें स्थापना दिवस एवं आजा़दी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित किये जा रहे लोकानुरंजन मेले  के अंतिम दिन कलाकारों ने बड़े ही जोश और जुनुन के साथ रंगा-रंग प्रस्तुतियों दी।

फिर मिलने के वादे एवं उदयपुर से मिले प्यार तथा कलक्टर साहब के आर्शीवाद के बाद लोकानुरंजन मेले से विदा लेते हुए लोक कलाकारों की आँखों में आंसू थे उनका कहना था कि पूरी दूनिया में कार्यक्रम करने जाते है परन्तु उदयपुर के भारतीय लोक कला मण्डल में जो प्यार और सम्मान मिलता है वह हमें यहां बार-बार आने के लिए प्रेरित करता है। साथ ही यहाँ के कलेक्टर साहब इतने अच्छे है कि वह स्वयं कलाकारों का ध्यान रखते है और अपनी स्वयं की जेब से इतनी बड़ी राशी कलाकारों को देते है यह बहुत बड़ी बात है। इसी लिए इस शहर से जाते हुए रोना आ रहा है। 

कल से 18 वॉ पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति नाट्य समारोह प्रारम्भ होने जा रहा है जिसका श्री गणेश उदयपुर के युवा एवं उदीयमान रंगमंच एवं फिल्म अभिनेता कविराज के नाटक ‘‘बृहन्नला’’  से होने जा रहा है जो एक एकल प्रस्तुति है जिसमें अभिनय स्वयं कविराज लईक कर रहे है। नाटक का निर्देशन भी उन्हीं के द्वारा किया गया है।  

संस्था निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि भारतीय लोक कला मण्डल के 71 वें स्थापना दिवस एवं आज़ादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित किये जा रहे लोकानुरंजन मेले के समापन अवसर पर संस्था के मानद सचिव सत्यप्रकाश गौड़ ने मुख्य अतिथी किरण सोनी गुप्ता, निदेशक, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर, कमलेश शर्मा, उप निदेशक, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग, उदयपुर का एवं गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। उसके बाद सभी गणमान्य अतिथियों एवं संस्था पदाधिकारियों ने पद्मश्री देवीलाल सामर की तस्वीर पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की।

डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि समारोह के अंतिम दिन आसाम से आए लोक कलाकारों ने झुमूर नृत्य, राजस्थान के चकरी, ओड़िसा से आए लोक कला कलाकारों ने पाइका नृत्य की हैरतअंगेज प्रस्तुतियाँ दी तो  नागालैण्ड के कलाकारों ने शबीहों, गुजरात से आए कलाकारों ने राठवा एवं डाकला नृत्य, पंजाब के कलाकारों ने जिंदवा एवं भांगडा, हिमाचल के कलाकारों ने सिरमौरी नाटी, एवं तेलंगाना से माधुरी तथा लम्बाडी की रंगा रंग प्रस्तुतियाँ से भारतीय लोक कला मण्डल में लोक रंगों की बारिश कर एक दूसरे को अलविदा कहा।

इसके अतिरिक्त लोकानुरंजन मेले के अंतिम दिन रंगपृष्ठ डांस स्टुडियों, उदयपुर द्वारा भारत रत्न लता मंगेशकर को श्रृद्धांजली हेतु कार्यक्रम की प्रस्तुति की गई जिसमें कलाकरों ने स्व. लता मंगेशकर द्वारा गाये गानो पर नृत्य प्रस्तुत कर सब को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर किरण सोनी गुप्ता, निदेशक पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र ने बताया कि स्व. लता मंगेशकर जैसे विरले ही होते है जो सदियों में कहीं एक बार इस पृथ्वी पर अवतारित होते है और पूरे विश्व में नाम कर जाते है जिन्हें सदियों तक भूलाना असंभव है। उनके गाये गीत सदैव हमें उनकी याद दिलाते रहेंगे।

उन्होने बताया कि  स्थापना दिवस पर आयोजित किये जा रहे सभी कार्यक्रम कला, साहित्य, संस्कृति एवं पुरात्तव विभाग-राजस्थान सरकार, दी परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी-जोधपुर, पश्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र- उदयपुर, उत्तर-पूर्व क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र- नागालैण्ड, उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र-पटियाला, भाषा एवं संस्कृति विभाग-तेलंगाना सरकार, पंजाब संगीत नाटक अकादमी- चंडीगढ़, हरियाणा कला परिषद-कुरूक्षेत्र, विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान-प्रयागराज, पूर्वी क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र-कोलकाता, खेल युवक सेवा एवं सांस्कृतिक प्रवृति विभाग- गाँधी नगर के सहयोग से किया जा रहे है। 

कल से प्रारम्भ हो रहे पाँच दिवसीय 18 वे पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति राष्ट्रीय नाट्य समारोह’ में 25 फरवरी को रंगपृष्ठ संस्था, उदयपुर द्वारा कविराज लईक निर्देशित नाटक ‘‘बृहन्नला’’, 26 फ़रवरी को मंच-रंगमंच सस्था, अमृतसर द्वारा केवल धालीवाल निर्देशित नाटक ‘‘बसंती चोला’’, 27 फ़रवरी को कलासाधक मंच, करनाल द्वारा गौरव दीपक जांगड द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘पार्क’’, 28 फ़रवरी को दी परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर द्वारा डॉ. लईक हुसैन निर्देशित नाटक ‘‘चन्द्रहास’’ एवं 01 मार्च को विनोद रस्तोगी स्मृति संस्थान, प्रयागराज द्वारा अजय मुखर्जी निर्देशित नाटक ‘‘बैण्ड मास्टर’’ का मंचन होगा।

अंत में उन्होने यह भी बताया कि स्थापना दिवस के सभी कार्यक्रम संस्था के मुक्ताकाशी रंगमंच पर प्रतिदिन सांय 7ः00 बजे से प्रदर्शित किये जाएगें।समारोह में प्रवेश निःशुल्क रहेगा परन्तु कोविड-19 की गाईड लाईन की अनुपालना अनुसार मास्क पहने होने पर तथा वैक्सिनेशन लगे होने पर ही प्रवेश दिया जाएगा।