मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के तहत उदयपुर में 11 सेंटरों पर होगा रक्तदान
उदयपुर में दो हजार यूनिट रक्त संग्रह का संकल्प
उदयपुर। अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज डागा के नेतृत्व में सभी कर्मठ, युवा, उत्साही एवं देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत हजारों युवाओं के सकारात्मक सक्रिय सहयोग से देश भर में अपनी 350 से अधिक शाखाओं के सहयोग से 17 सितंबर को रक्तदान के महाभियान मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के तहत इतिहास रचने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं।
मेगा ब्लड डोनेशन ड्राइव के उदयपुर परिषद के मुख्य सलाहकार तुषार मेहता ने बताया कि उदयपुर में रक्त संग्रह के लिए 11 स्थानों पर सेंटर बनाये गए हैं। इनमें तेरापंथ भवन अणुव्रत चौक, महाप्रज्ञ विहार भुवाणा, पेसेफिक हॉस्पिटल, महावीर उपाध्याय भवन सुंदरवास, महावीर उपाध्याय भवन अम्बामाता, तुलसी निकेतन सेक्टर 4, राजस्थान विद्यापीठ डबोक, सुविवि गेस्ट हाउस, मार्बल एसोसिएशन सुखेर, पेसिफिक सिटी सेंटर मधुवन और सामुदायिक भवन मालदास स्ट्रीट शामिल हैं। रक्तदान में उदयपुर से दो हजार यूनिट रक्त संग्रह का लक्ष्य रखा गया है,इस पूरे रक्तदान ड्राइव को पेसेफिक मेडिकल कॉलेज - हॉस्पिटल, उदयपुर ने मुख्य प्रयोजक के रूप में स्वीकृति प्रदान की है।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के अजीत छाजेड़ ने बताया कि न केवल भारत में अपितु विदेशों में प्रवासित भारतीय नागरिकों के माध्यम से भी रक्तदान शिविर आयोजित करवा कर गौरवशाली सनातन परम्परा वसुधैव कुटुम्बकम की भावना को साकार रूप प्रदान करना है। गत दो-तीन वर्षों से महामारी कोविड-19 के भय से स्वैच्छिक रक्तदान में भारी कमी आई है। ब्लड-बैंकों में जमा रक्त एवं रक्त से संबंधित अन्य घटकों में कमी आना स्वाभाविक है। ऐसी विकट परिस्थिति में यदि किसी को खून की अपेक्षा हो तो एक मात्र रक्त के बदले रक्त का विकल्प शेष रहता है। अर्थात् रक्त की जरूरत महसूस करने वाले रोगी के परिजनों को पहले अपना रक्त ब्लड बैंक में जमा करने पर बदले में उतना ही यूनिट अपेक्षित रक्त उपलब्ध करवाया जा सकता है।
रोगी के परिजन अपना खून भी देने के लिए तैयार हो जाते हैं परन्तु कई बार इच्छित ब्लड-ग्रुप का रक्त ब्लड-बैंक में उपलब्ध नहीं होने पर समस्या विकराल हो जाती है। रक्त का कोई दूसरा विकल्प भी नहीं है। एक सौ पैंतीस करोड़ की जनसंख्या वाले हमारे देश में लगभग 52 करोड़ ऐसे स्वस्थ व्यक्तियों की विशाल संख्या उपस्थित है जो स्वैच्छिक रक्तदान करे तो देश के ब्लड-बैंकों में कभी कोई कमी नहीं आ सकती। हमारे शरीर में 5 से 6 लीटर रक्त हर समय रक्त-वाहिकाओं के माध्यम से सतत प्रवाहित होता रहता है। एक स्वस्थ व्यक्ति एक से दो यूनिट (1 यूनिट=500 मिली लीटर) रक्त का दान स्वैच्छा से कर सकता है।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के संदीप हिंगड़ ने बताया कि इसी प्रकार के रक्तदान शिविर के माध्यम से गत 6 सितम्बर 2014 को देश के 286 स्थानों पर 682 रक्तदान-शिविरों के माध्यम से 100212 यूनिट रक्त-संग्रह के साथ संस्था ने गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम अंकित करवाया था। यह भी विशेष उल्लेखनीय है कि 17 सितम्बर, 2022 को अखिल भारतीय युवक परिषद अपने 58वें स्थापना दिवस को मना रहा है, इसी के साथ एक सुखद संयोग का प्रसंग और जुड़कर इस दिन को विशेष महत्व प्रदान कर रहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 72 वां जन्मदिवस भी इसी दिन है।
अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के राजीव सुराणा ने बताया कि उपरोक्त महाअभियान को सफल बनाने की दिशा में विगत लगभग दो माह से देश भर में सक्रिय 350 से अधिक तेरापंथ युवक परिषद के हजारों कार्यकर्ता स्वयंसेवकों की विशाल टीम एक महान उद्देश्य के साथ प्रायः सभी राज्यों में मंत्रियों, मुख्यमंत्रियों, राजनेताओं, उच्च पदस्थ सरकारी अधिकारियों, विभिन्न कम्पनियों, निगमों के कार्यकारी अधिकारियों, सुप्रसिद्ध अभिनेताओं, मोटीवेशनल गुरुओं, धार्मिक संगठनों एवं धर्मगुरुओं के साथ-साथ जन-साधारण से भेंट कर उन्हें मानव-सेवा के इस अनूठे यज्ञ में अपनी क्षमता और योग्यता के अनुसार आहूति समर्पित करने हेतु प्रेरित करने का सतत प्रयास कर रहे हैं।
उदयपुर तेरापंथ युवक परिषद के अध्यक्ष अक्षय बड़ाला ने बताया कि हमारी संस्था को भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रतीक चिन्ह (लोगो) की छाया में काम करने का अवसर मिला है और इसी के साथ नेशनल हैल्थ मिशन तथा स्टेट ब्लडट्रांसफ्युजन काउन्सिल जैसी प्रतिष्ठित सरकारी संस्थाओं का पूर्ण समर्थन एवं सहयोग भी प्राप्त हो रहा है,और साथ मे उदयपुर के प्रमुख सभी व्यापारी संगठनों का सहयोग प्राप्त हो रहा है, अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद संस्था एक ऐसा गैर-सरकारी संगठन है जिसने बहु-आयामी सेवा कार्यों से तेरापंथ धर्मसंघ के साथ-साथ सम्पूर्ण जन-मानस में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।
मंत्री विक्रम पगारिया ने बताया कि मार्केटिंग की आधुनिक शैली अपनाते हुए विविध प्रकार की ब्रांडिग सामग्री, शहर के सभी प्रमुख स्थान पर होडिग्स, रक्तदान संबंधी गीत, मॉबाइल कॉलर ट्यून, टेबलटॉप, टी-शर्ट, दुपट्टा, कुर्ते, जैकेट्स, साड़ी, टोपी, बिलों एवं रसीदों में वाटरमार्क, रेलवे स्टेशनों पर मोटीवेशनल अनाउंसमेंट, बॉल-पेन, कॉपी आदि का निर्माण कर रक्तदाता को प्रेरित किया जा रहा है।