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गीतांजली यूनिवर्सिटी में कॉन्वोकेशन-2024 का हुआ भव्य आयोजन

सीखने की निरन्तरता बनी रहे यही व्यक्ति के विकास के लिए आवश्यक: गजेन्द्र सिंह शेखावत

 

दयपुर 6 सितंबर 2024। गीतांजली यूनिवर्सिटी द्वारा कॉन्वोकेशन-2024 का आयोजन गीतांजली यूनिवर्सिटी के स्व. नर्मदा देवी अग्रवाल ऑडिटोरियम में किया गया। कॉन्वोकेशन-2024 के मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति और पर्यटन मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, गीतांजली ग्रुप के चेयरमैन व गीतांजली यूनिवर्सिटी के चांसलर जे.पी अग्रवाल रहे। 

कॉन्वोकेशन के मुख्य अतिथि को प्रोसेशन द्वारा आदर- सत्कार से गीतांजली परिवार की नेतृत्व टीम में गीतांजली ग्रुप के चेयरमैन जे.पी. अग्रवाल, वाईस चेयरमैन कपिल अग्रवाल, एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अंकित अग्रवाल, गीतांजली यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डॉ एस.के लुहाडिया, रजिस्ट्रार मयूर रावल, बोर्ड ऑफ़ मैनेजमेंट व एकेडमिक काउन्सिल के सदस्यों ने स्व. नर्मदा देवी अग्रवाल ऑडिटोरियम में प्रवेश किया। इसके पश्चात् गीतांजली यूनिवर्सिटी के चांसलर जे.पी अग्रवाल ने कोन्वोकेशन–2024 का आगाज़ किया। 

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना के साथ दीप प्रज्वल्लित करके हुई। मुख्य अतिथि माननीय गजेन्द्र सिंह शेखावत का स्वागत गीतांजली ग्रुप के वाईस चेयरमैन कपिल अग्रवाल ने किया, गीतांजली यूनिवर्सिटी के चांसलर जे.पी अग्रवाल का स्वागत गीतांजली यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर डॉ. एस.के. लुहाडिया ने किया। 

एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अंकित अग्रवाल ने स्वागत भाषण में गजेन्द्र सिंह शेखावत की सादगी से ओतप्रोत व्यक्तित्व की सराहना की। उन्होंने बताया कि शेखावत जी की कहानी हम सभी के लिए प्रेरणादायक है। शेखावत ने जोधपुर के लोगों का विश्वास और प्रशंसा तीन बार लगातार चुनाव जीतकर बार-बार जीता है।उन्होंने संसद सदस्य से लेकर केंद्रीय मंत्री तक की महत्वपूर्ण भूमिकाएँ निभाई हैं, जहाँ उन्होंने हमारे समय की कुछ सबसे ज्वलंत समस्याओं का समाधान किया है। 2019 में, वह जल शक्ति मंत्री बने और तब से वे भारत के सबसे महत्वाकांक्षी अभियानों में से एक, जल जीवन मिशन का नेतृत्व कर रहे हैं। यह मिशन सिर्फ पानी उपलब्ध कराने का नहीं है, बल्कि भविष्य को सुरक्षित करने का है, जिससे हर ग्रामीण घर को साफ और सुरक्षित पेयजल मिल सके। शेखावत जी ने यह भी दिखाया है कि नेतृत्व केवल पदों या उपाधियों के बारे में नहीं होता।

एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर अंकित अग्रवाल ने गीतांजली ग्रुप के चेयरमैन व गीतांजली यूनिवर्सिटी के चांसलर जे.पी अग्रवाल की प्रशंसा करते हुए कहा की वह प्रेरणा और मार्गदर्शन का एक बड़ा उदाहरण हैं। उनके नेतृत्व में, गीतांजलि विश्वविद्यालय चिकित्सा देखभाल, शिक्षा और शोध के क्षेत्र में एक प्रमुख नाम बन गया है। अंकित अग्रवाल ने कॉन्वोकेशन के लिए एकत्रित हुए सभी विद्यार्थियों व उनके माता-पिता का भी स्वागत किया। 

कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए मुख्य अतिथि मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत, चांसलर जे.पी. अग्रवाल द्वारा गीतांजली यूनिवर्सिटी के एमबीबीएस, फार्मेसी, नर्सिंग, डेंटल, फिजियोथेरेपी के 43 गोल्ड मेडल्स एवं  844 ग्रेजुएट्स, पोस्ट ग्रेजुएट व पी.एच.डी विद्यर्थियों को डिग्रीयां प्रदान की गयी।  5 बेस्ट ग्रेजुएट्स को भी गोल्ड मेडल्स भी प्रदान किये गए। 

साथ ही Honoris Causa की उपाधि से Emeritus Professors उपाधि पूर्व वाईस चांसलर डॉ ऍफ़.एस. मेहता, सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट डॉ ए.ए. सैफी को उनके चिकित्सा क्षेत्र में अविस्मरणीय योगदान के लिए सम्मानित किया -गया। 

डॉ. एस.के लुहाडिया ने एनुअल रिपोर्ट पेश की जिसमें गीतांजली यूनिवर्सिटी में होने वाली रिसर्च, स्पोर्ट्स, स्टाफ ओवरव्यू, उपलब्धियां इत्यादि के बारे में जानकारी प्रदान की साथ ही उन्होंने गीतांजली हॉस्पिटल में मौजूद अत्याधुनिक सेवाओं के बारे में भी विवरण प्रदान किया। 

गीतांजली यूनिवर्सिटी के चांसलर जे.पी अग्रवाल ने मुख्य अतिथि को सप्रेम आभार प्रकट किया व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए आज का दिन उन सभी स्नातक छात्रों के लिए विशेष महत्व रखता है, जिन्हें डिग्रियाँ प्राप्त हुई हैं। इस विशेष उपलब्धि पर मैं उन्हें हार्दिक बधाई देता हूँ और आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ। इस अवसर पर सभी फैकल्टी मेंबर्स और अभिभावक भी बधाई के पात्र हैं।

चांसलर जे.पी. अग्रवाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाला समय Artificial Intelligence का है। हमें AI को स्वास्थ्य सेवा में Proactive एवं Positive Mindset के साथ उपयोग में लाना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों को सफल जीवन के7 लाइफ लेसंस दिए

  • सभी तरह की चुनौतियों का सामना करने का एक ही रास्ता है।
  • आप अच्छे इंसान बने। 
  • अच्छी आदतों का निर्माण करें। 
  • अपनी स्ट्रेंथ पर कार्य करते रहे। 
  • आप अपने आप से ईमानदार रहे। 
  • अपनी कमजोरियों को समझकर लगातार सुधार करते रहे।
  • मेडिटेशन एवं वर्कआउट को अपनी दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनावें।

चांसलर जे.पी अग्रवाल जी ने गीतांजली यूनिवर्सिटी व हॉस्पिटल की उपलब्धियों को भी साझा किया और साथ ही आने वाले समय में गीतांजली यूनिवर्सिटी को इंटरनेशनल स्टैण्डर्ड पर ले जाने की बात की। इसके पश्चात् चांसलर द्वारा उपस्थित विद्यार्थियों को शपथ ग्रहण करवाई गयी। 

केंद्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत ने उपस्थित सभी विद्यार्थियों व उनके माता-पिता को इस महत्वपूर्ण यात्रा के लिए बधाई दी। साथ ही उन्होंने गीतांजली यूनिवर्सिटी के सभी फैकल्टी को धन्यवाद प्रेक्षित किया और उनके द्वारा विद्यार्थियों को दिए गए मार्गदर्शन की वजह से आज उनको ये मुकाम हासिल हुआ है।  नयी पीड़ी को सही दिशा में सोच देने में और आने वाली चुनोतियों के लिए तैयार करने में फैकल्टी का का योगदान सबसे महत्वपूर्ण होता है। 

उन्होंने कहा कि आज गीतांजली यूनिवर्सिटी मेडिकल व शिक्षा के क्षेत्र में पूरा भारतवर्ष में जाना पहचाना नाम है। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमे भगवान को हेल्थकेयर प्रोफेशनल बनाने के लिए धन्यवाद करना चाहिए और सदा विनम्रता से रोगी के इलाज के प्रति सजग रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी भाव बना रहना अति आवश्यक है जिससे सीखने की निरन्तरता बनी रहती है और इसी से ही व्यक्ति का विकास होता है। साथ ही उन्होंने यह भी बताया की आज पूरे विश्व की नज़र भारत पर टिकी हुई है क्यूंकि ये यंग इंडिया है और हुनर से परिपूर्ण है। 

वोट ऑफ़ थैंक्स रजिस्ट्रार मयूर रावल द्वारा प्रेक्षित करते हुए उन्होंने कहा कि सभी फैकल्टी मेंबर्स को उनके अथक प्रयासों और हर छात्र को उनके करियर के लिए मार्गदर्शन करने और एक अच्छा इंसान बनाने के लिए धन्यवाद किया और साथ ही कोन्वोकेशन- 2024 संपन्न हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ उदीची कटारिया द्वारा किया गया।