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सूचना केंद्र में संपन्न हुई अर्बन स्केचर्स की प्रदर्शनी

युवा स्केचर्स का जज्बा और जुनून कला संरक्षण की अनूठी मिसाल है - श्रद्धा मुर्डिया

 

उदयपुर, 26 सितंबर । शहर के युवा प्रतिभावान अर्बन स्केचर्स की कलाकृतियों की एक अनूठी प्रदर्शनी का समापन सोमवार को सूचना केंद्र की कला दीर्घा में कश्ती फाउंडेशन की प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया के मुख्य आतिथ्य में संपन्न हुआ। इस मौके पर दिल्ली से पहुंचे शिल्पकार सुरेश कुमार और मीरा कन्या महाविद्यालय की डॉ. सोफिया नलवाया भी बतौर अतिथि मौजूद रहे।

समापन समारोह को संबोधित करते हुए श्रद्धा मुर्डिया ने कहा कि पिछले 50 सप्ताह से लगातार हर रविवार शहर की विरासत के स्केचिंग कार्य में लगे हुए युवा प्रतिभावान स्केचर्स का जज्बा और जुनून वास्तव में स्केच कला के संरक्षण की अनूठी मिसाल है। उन्होंने युवाओं की इस कला साधना को अन्य विधाओं के कलाकारों के लिए भी अनुकरणीय बताया और कश्ती फाउंडेशन, सूचना केन्द्र व एन एफर्ट टीम के माध्यम से मंच प्रदान करने की प्रतिबद्धता के लिए आभार जताया।  

शिल्पकार सुरेश कुमार और डॉ. सोफिया नलवाया ने कहा कि स्केचिंग कला के माध्यम से ऐतिहासिक व सांस्कृतिक धरोहरों वाले उदयपुर शहर के सौंदर्य को कला माध्यम से देश - दुनिया तक पहुंचाने में इस प्रकार के साप्ताहिक आयोजनों व प्रदर्शनियों को जरूरी बताया और इस कार्य में लगे कलाकारों और कलाप्रेमियों के प्रयासों की भी सराहना की। इस मौके पर अतिथियों ने पिछले 50 सप्ताह में बनाएं गए स्कैच्स की प्रदर्शनी का अवलोकन किया और शहर की विरासत एवं प्राकृतिक स्वरूप का वर्णन करते स्केचों में दिख रहे युवा प्रतिभाओं के हुनर को बेहतरीन बताया।

प्रदर्शनी संयोजक एवं ख्यातनाम वास्तुकार सुनील लड्ढा ने अतिथियों का स्वागत करते  हुए प्रदर्शनी की विषयवस्तु के बारे में जानकारी दी और कहा कि शहर के स्केचर्स के ग्रुप के नियमित रविवारीय भ्रमण और स्केचिंग कार्य के 50 सप्ताह पूर्ण होने के उपलक्ष में इस प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस पूरी प्रदर्शनी के संचालन में आर्किटेक्ट, डॉक्टर, छात्र, कलाकार सभी सहयोग दे रहे है।

समापन समारोह दौरान प्रस्तर शिल्पकार हेमंत जोशी, चित्रकार डॉ चित्रसेन व नीलोफर मुनीर, आरजे कपिल पालीवाल, कृष्णेन्दु साहा, पक्षीविद विनय दवे, सुरेश पालीवाल, सुनील भट्ट सहित बड़ी संख्या में कलाप्रेमी मौजूद रहे।

सूचना केन्द्र की स्केचिंग से हुआ समापन 

प्रदर्शनी संयोजक सुनील लड्ढा ने बताया कि युवा कलाकारों के मार्गदर्शन के लिए इस कला प्रदर्शनी में डेमोस्ट्रेशन भी रखा गया जिसमें अनुराग मेहता ने जल रंग चित्रण, कमलेश डांगी ने व्यक्ति मुद्रा चित्रण, नवल सिंह ने व्यक्तित्व चित्रण, आर्किटेक्ट तुलका देपुरा ने कला पर चर्चा और राहुल माली ने रेखांकन पर अपना प्रस्तुतीकरण दिया। इसी प्रकार प्रदर्शनी के समापन अवसर पर सभी स्केचर्स ने सूचना केन्द्र परिसर के स्केच बनाएं। इन स्केच में कलाकारों ने सूचना केन्द्र मुख्य भवन, ओपन थियेटर, परिसर में नवनिर्मित आवास, गार्डन और आसपास के सौंदर्य को रंगों व रेखाओं से उम्दा तरीके से उकेरा।  

इन कलाकारों के स्केच्स की लगी प्रदर्शनी

इस प्रदर्शनी में ख्यातनाम वास्तुकार सुनील लड्ढा, अनुराग मेहता, कमलेश डांगी, राहुल माली, दीप सिंह, मयंक वैष्णव, तूलिका देपुरा, सूर्यभान सिंह, हर्षिता पालीवाल, रोहित व्यास, अफनान शब्बर, वंदना मेहता, शिवांगी देवरा, विनीत खत्री, अनिता मखीजा, सिमरन बिड़ला, वर्षा सैनी, समृद्धि शर्मा, ललिता मेहता, रोहित कंठालिया, भावेश सुथार, अवनीश अशोक व निर्मल यादव ने अपने स्कैच्स का प्रदर्शन किया था। प्रदर्शनी दौरान शहर की विभिन्न विरासतों यथा जगदीश मंदिर, महाकालेश्वर शिवालय, पिछोला, सिटी पैलेस, फतेहसागर और शहर की अन्य विरासतों के रंग-बिरंगे और ब्लैक एंड वाइट स्केच देखकर मौजूद अतिथि और दर्शक भी अचंभित रहे गए।