लोक नृत्य प्रतियोगिता में धमाकेदार प्रस्तुतियाँ
बाल दिवस के अवसर पर भारतीय लोक कला मण्डल में कार्यक्रम
उदयपुर 14 नवम्बर 2024। भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर में बाल दिवस के अवसर पर आयोजित ‘‘लोक नृत्य प्रतियोगिता’’ में प्रतिभागियों ने अपनी धमाकेदार प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोहा।
भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर द्वारा युवा पीढ़ी को राजस्थान के पारम्परिक लोक नृत्यों के बारे में जागरूक करने एवं प्रचार प्रसार के उद्धेश्य से ‘‘लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें प्रतिभागियों ने एकल एवं समूह नृत्य में अपनी प्रस्तुतियाँ दी।
एकल नृत्य में प्रथम स्थान पर सेंट ऐन्थोनी सीनियर सेकेन्डरी स्कूल, उदयपुर की छात्रा निवेध्या केनथ, द्वितीय स्थान पर राजकीय बालिका उच्च प्राथमिक विद्यालय, मदार की छात्रा गुंजन नाथ एवं तृतीय स्थान पर महात्मा गांधी गवर्मेन्ट स्कूल, ब्राह्मणो की हुन्दर की छात्रा गुंजन चौबीसा रहे।
समूह नृत्य में प्रथम स्थान पर सेंट ऐन्थोनी सीनियर सेकेंडरी स्कूल का तनिष्का जैन एवं दल द्वितीय स्थान पर जे.वी. पब्लिक स्कूल, उदयपुर का अंजु अहीर एवं दल एवं तृतीय स्थान पर महात्मा गांधी गवर्मेन्ट स्कूल, ब्राह्मणो की हुन्दर का दिव्या चौबीस एवं दल रहे।
विजेताओं को संस्था के मानद सचिव सत्य प्रकाश गौड़, संस्था निदेशक डॉ. लईक हुसैन एवं निर्णायकों ने प्रतिभागियों को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र प्रदान किये।
डॉ. हुसैन ने बताया कि भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर द्वारा आगे भी इस तरह की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा साथ ही जो प्रतिभागी विजेता रहे है उन्हें भारतीय लोक कला मण्डल द्वारा प्रतिवर्ष अपने स्थापना दिवस पर 22 फरवरी से आयोजित किये जाने वाले राष्ट्रीय समारोह ‘‘लोकानुरंजन मेले’’ में प्रस्तुति के अवसर प्रदान किए जाएगें।
इस अवसर पर भारतीय लोक कला मण्डल के मानद सचिव सत्य प्रकाश गौड़ ने विभिन्न स्कूलों से पधारे सभी प्रतिभागियों एवं शिक्षकों का आभार प्रकट करते हुए बताया कि राजस्थान में लोक नृत्यों की परम्परा काफी पुरानी है यहाँ के लोग त्यौहार, मेले, उत्सव एवं शादी -ब्याह के अवसर पर अपनी-अपनी क्षेत्रीय परम्पराओं के साथ लोक नृत्यों की प्रस्तुतियाँ भी करते है।भारतीय लोक कला मण्डल अपनी स्थापना से ही इस तरह के आयोजन करता आ रहा है जिससे हमारी लोक कला एवं संस्कृति का संरक्षण, संकलन, संवर्धन एवं उसका प्रचार प्रसार हो सके और इसी क्रम में आज का कार्यक्रम आयोजित किया गया है जिसमें प्रतिभागियों ने बड़े ही उत्साह एवं जोश के साथ भाग लिया एवं अपनी प्रस्तुतियाँ दी।