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लोक कला मंडल में इंद्रधनुष-2024 ग्रीष्मकालीन शिविर प्रारम्भ

शिविर में मूकाभिनय, मृण शिल्प, बांधनी, मकरम, पेपरमेशी, प्राकृतिक अपशिष्ट के खिलौने बनाना, कठपुतली बनाना सिखाया जाएगा 
 

उदयपुर 21 मई 2024। सीसीआरटी क्षैत्रिय केन्द्र, उदयपुर एवं भारतीय लोक कला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में 10 दिवसीय ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर प्रारम्भ हुआ।

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेशक डॉ. लईक हुसैन एवं सीसीआरटी क्षेत्रीय केंद्र, उदयपुर के परामर्शक ओम प्रकाश शर्मा ने बताया कि बच्चों में समेकित शिक्षा के प्रसार के उद्वश्यों को लेकर भारतीय लोक कला मण्डल में दिनांक 20 से 30 मई, 2024 तक 07 से 16 वर्ष तक आयु वर्ग के बच्चों हेतु 10 दिवसीय ग्रीष्मकालीन शिविर “इंद्रधनुष -2024” भारतीय लोक कला मंडल के संयुक्त तत्वावधान में 20 मई 2024 से प्रारम्भ हुआ।

कार्यक्रम के अद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए पूनीत शर्मा, चीफ़ प्लानर ऑफिसर, उदयपुर  ने कहा कि बच्चों के समग्र विकास के लिए इस तरह की गतिविधियों में भाग लेना आवश्यक है उन्होंने कहा कि व्यक्ति को सदैव सीखते रहना चाहिए।

इस अवसर पर सीसीआरटी उदयपुर के परामर्शक ओम प्रकाश शर्मा ने 10 दिवसीय शिविर के उद्धेश्यों पर प्रकाश डालते हुए आयोजित होने वाली विभिन्न गतिविधियों पर प्रकाश डाला। तो भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर के निदेशक डॉ. लईक हुसैन ने प्रशिक्षकों का परिचय कराया। इस अवसर पर सीसीआरटी उदयपुर केन्द्र के हितेश पानेरी एवं सुनील भंडारी आदि उपस्थित है।

शिविर में मूकाभिनय, मृण शिल्प, बांधनी, मकरम, पेपरमेशी, प्राकृतिक अपशिष्ट के खिलौने बनाना, कठपुतली बनाना दोपहर 04.30 से साँय 06ः30 बजे तक शिल्पकारों एवं विशेषज्ञों द्वारा सिखायी जायेंगी ।

उन्होंने बताया कि इस 10 शिविर में भाग लेने हेतु प्रतिभागी दिनांक 21 मई 2024 अंतिम रूप से कार्यालय में आकर अपना पंजीयन करा सकते है।

प्रशिक्षण हेतु शिल्प सामग्री सीसीआरटी द्वारा निः शुल्क उपलब्ध करायी जा रही है। शिविर में सभी प्रतिभागियों को दिनांक 30 मई, 2024 को भारतीय लोक कला मण्डल, उदयपुर में आयोजित समापन समारोह में प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर सम्मानित किया जाएगा ।