जनजाति महिलाओं को संबल देने का प्रबल माध्यम है कमली ट्राईब्स प्रदर्शनी
जनजाति महिलाओं द्वारा तैयार उत्पादों की प्रदर्शनी शुरू
उदयपुर 2 अगस्त 2024। वनवासी कल्याण परिषद के तत्वावधान में वागड़-मेवाड़ अंचल की जनजाति महिलाओं के हुनर को तराशने के लिए संचालित हो रहे नम्रता कौशल विकास केन्द्र की ओर से शुक्रवार शाम चार दिवसीय कमली ट्राईब्स प्रदर्शनी का शुभारंभ शहर के सेक्टर 13 गवरी चौक स्थित वनवासी कल्याण परिषद के कल्याण आश्रम में हुआ।
शुभारंभ समारोह की मुख्य अतिथि कश्ती फाउंडेशन प्रमुख श्रद्धा मुर्डिया ने भारत माता की छवि के सम्मुख दीप प्रज्वलन से प्रदर्शनी का शुभारंभ किया और कहा कि यह प्रदर्शनी इस जनजाति अंचल की महिलाओं को संबल देने का प्रबल माध्यम है। प्रतिस्पर्धा के इस युग में भी जनजाति अंचल के उत्पाद और यहां के कौशल की पूरी दुनिया कायल है, जरूरत है तो बस इस कौशल को निखारने की। उन्होंने वनवासी कल्याण परिषद द्वारा इस दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और कहा कि परिषद के इस कार्य में कश्ती फाउंडेशन कांधे से कांधा मिलाकर सहयोग करेगा।
22 हजार से अधिक प्रकल्पों के माध्यम से वनवासी उत्थान कार्य
शुभारंभ समारोह की अध्यक्षता करते हुए नम्रता कौशल विकास केन्द्र की अध्यक्ष व बप्पा रावचल पत्रिका की प्रधान संपादक डॉ. राधिका लड्ढा ने कहा कि 1952 में स्थापित हुए अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा देश के सभी राज्यों के 384 वनवासी जिलों, 1398 विकास ख्ांडों व 17 हजार 394 गांवों में 22 हजार 152 प्रकल्पों के माध्यम से वनवासियों के उत्थान के कार्य किए जा रहे हैं। कमली ट्राइब्स के माध्यम से जनजाति महिलाओं के हुनर को तराशने का कार्य भी इसमें एक है।
प्रदर्शनी संयोजिका सरला मुंदड़ा ने अतिथियों को प्रदर्शनी का अवलोकन कराया और नम्रता कौशल विकास केन्द्र की गतिविधियों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में 300 से ज्यादा जनजाति महिलाएं केन्द्र से सक्रिय रूप से जुड़ी हुई हैं और 600 से अधिक महिलाओं को केन्द्र द्वारा विविध उत्पादों को तैयार करने का प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
इन उत्पादों की है प्रदर्शनी
मुंदड़ा ने बताया कि इस प्रदर्शनी में जनजाति महिलाओं द्वारा तैयार की गई राखी की यूनिक डिजाईन और इको फ्रेंडली जूट से निर्मित प्रदर्शित किए गए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनी में प्रमुख रूप से लेडिज क्लच, बैग्स, ऑफिस बैग्स, लेपटॉप व आईपेड बेग, पासपोर्ट होल्डर, फोल्डर, डायरी, वूडल पेण्डेट व इयरिंग्स, जूट की ज्वैलरी, कीचैन, बोर्ड गेम्स, वूडन ट्रे, लिफाफे, एटीएम कार्ड होल्डर, वॉल हेंगिग्स, मोबाइल कवर, बंदनवार और ड्राय फूट होल्डर्स आदि उपलब्ध है।
इस अवसर पर वनवासी उपाध्यक्ष जगदीश प्रसाद जोशी, संरक्षक गोपाल लाल कुमावत, प्रदेश महामंत्री घेवरचंद जैन, प्रदेश मंत्री मोहनलाल जैन, कोषाध्यक्ष रमेश मुंदड़ा, प्रदेश सह शिक्षा आयाम प्रमुख कुंजबिहारी शर्मा, वनांचल शिक्षा समिति कोषाध्यक्ष दिनेश बंब, वेणु कौशिक, विमला मुंदड़ा, कुसुम बोरदिया, पूर्णिमा कुमावत, अनिता शर्मा सहित कश्ती फाउंडेशन के हेमंत जोशी, रजत मेघनानी, कपिल पालीवाल, दीपक दीक्षित डॉ. चित्रसेन, विनय दवे, कुणाल मेहता व अन्य प्रबुद्धजन मौजूद थे।