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संतोष नाहर के वायलिन एवं विजय धांघड़ा के सांरगी वादन ने दर्शकों को आल्हादित किया

महाराणा कुंभा संगीत परिषद

 

उदयपुर 17 सितंबर 2022 । महाराणा कुंभा संगीत परिषद की ओर से आज सरदारपुरा पेट्रोल पम्प स्थित कुम्भा भवन में वायलिन वादन एवं सांरगी वादन का आयोजन किया गया। दिल्ली के वॉयलिन वादक संतोष नाहर वॉयलिन पर शास्त्रीय संगीत की धुनों व उदयपुर के विजय धांघड़ा के सारंगी वादन ने दर्शको को आल्हादित कर दिया।

समारोह की प्रथम प्रस्तुति के रूप में विजय धांघड़ा के सांरगी वादन में सांरगी पर चली अंगुलियों ने सभी को सम्मोहित कर दिया। धांधड़ा ने अपनी शुरूआत राग वाचस्पति से की। तत्पश्चात उन्होंने तीन ताल में विलम्बित गत के बाद दु्रत गत में सांरगी वदान पेश किया। सांरगी पर इससे पहले उन्होंने आलाप जोड़ पेश की।  इसके बाद इसी राग में एक धुन की प्रस्तुति दी। धांधड़ा के सांरगी वादन में सांरगी के सपष्टन सपाट ताने और वक्र तानों की पूरी तैयारी दिखायी दी। तबले पर उदयपुर के ओम कुमावत ने संगत करते हुए अपनी अंगुलियों का जादू चलाया।

कार्यक्रम के दूसरे चरण में दिल्ली के संतोष नाहर ने वॉयलिन वादन पेश किया। नाहर ने अपने कार्यक्रम की शुरूआत राग किरवाणी के साथ की। विलम्बित ताल में गत की प्रस्तुति दी। तत्पश्चात इसी राग में उन्होंने आलाप व तानें पेश किये। नाहर की सुन्दर सुरीली प्रस्तुति के साथ उन्होंने राजस्थान की प्रसिद्ध राग मांड में प्रस्तुत की गई धुनों पर श्रोता उसी में खो से गये। उनके साथ तबले पर इन्दौर के तबला वादक हिमांशु महंत ने संगत की।

उपाध्यक्ष डॉ. प्रेम भण्डारी ने बताया कि कार्यक्रम के प्रारम्भ में उपाध्यक्ष सुशील दशोरा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। अंत में डॉ. देवेन्द्र सिंह हिरन ने आभार ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. लोकेश जैन ने किया।

डॉ. भण्डारी ने बताया कि सारंगी एक कठिन वाद्य है। जिसे आज के दौर में इसे अपनाने वाले बहुत कम कलाकार है। विजय धांधड़ा ने अपनी परम्परागत वादन शैली को कायम रखा है। इस अवसर पर डॉ. इकबाल सागर, डॉ. विजयलक्ष्मी चौहान, डॉ.कल्पना जैन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश पण्ड़या सहित अनेक गणमान्य नागरिक मौजूद थे।