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भारतीय पत्रकार संघ द्वारा 4 अक्टूबर 2020 को स्वास्थ्य पर राष्ट्रीय वेबिनार

कोरोनाःभयवाह होती बीमारी एवं उपचार

 
इस वेबिनार में 22 राज्य के पत्रकार एवं आमजन जुड़ेगें

उदयपुर। वर्तमान में कोरोना को लेकर आमजन के मन में भय व्याप्त होता जा रहा है। वह काफी भयभीत है। सरकार, चिकित्सालय एवं प्रशासन जिस प्रकार से इस बीमारी को लेकर जो चिकित्सकीय सुविधायें उपलब्ध करा रहें, महामारी के दौरान मानसिक स्वास्थय, नींद, एवं इस बीमारी से किस प्रकार की सावधानी रख कर बचा जा सकता है, इन सभी बातों को लेकर भारतीय पत्रकार संघ की जिला इकाई उदयपुर द्वारा आगामी 4 अक्टूबर रविवार को सांय 6 बजे एक वेबिनार आयोजित किया जाएगा।

जिलाध्यक्ष दिनेश गोठवाल ने बताया कि इस वेबिनार में कोरोना रिपोर्ट नेगेटिव आने के बावजूद फेंफडे़ में जिस प्रकार से इंफेक्शन फैल रहा है, वह आमजन सहित चिकित्सकों तक को चिंतित किये हुए है।  "इसको लेकर किये जा रहे उपचार" पर पूर्व प्राचार्य एवं मेडिसिन विभागाध्यक्ष डॉ. डी.पी सिंह; "कोरोना काल में बच्चों की चल रही ऑनलाइन पढ़ाई का बच्चों के शरीर पर पड़ने वाले प्रभाव" को लेकर आरएनटी मेडिकल कॉलेज के अधीक्षक एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आर.एन. सुमन; "कोरोना मरीजों एवं आम नागरिकों को कोरोना न हो इसको लेकर को किस प्रकार का आहार लें", इस पर आहार विशेषज्ञ रिद्धिमा खमेसरा एवं कनाडा के साईक्रियाटिस्ट डॉ. मिकदाद हुसैन बोहरा द्वारा "महामारी में मानसिक स्वास्थ्य और नींद का महत्त्व" जैसे पहलुओ पर अपने प्रभावी पिवचार रखकर आमजन की समस्याओं एवं बीमारी के उपचार भी बतायेंगे।

उपाध्यक्ष अख्तर हुसैन बोहरा ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली इस वेबिनार में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष विक्रम सेन सहित 22 राज्यों के पत्रकार एवं आमजन ऑनलाइन जुड़कर जहां इस बीमारी के बारें में विस्तृत जानकारी हासिल कर सकेंगे, वहीं इसका उपचार भी जान पायेंगे। आमजन को इस वेबिनार से जोड़ने के लिये तैयारी की जा रही है। इसके लिये शीघ्र ही एक लिंक भी शेयर किया जायेगा। आमजन कोरोना को लेकर अपनी समस्याओ को संबधित चिकित्सक से पूछ सकेंगे। 

ऑनलाइन चलने वाली इस संबोधन में कमेंट्स सेक्शन में या इस वेबिनर के कोऑर्डिनेटर को प्रश्न लिख कर भेजें जाएँगे, जो सम्बंधित चिकित्सक को भेज दी जाएँगे। इसके लिये उन्हें पूर्व में अपने प्रश्नों को लिखकर भी देने कि सुविधा है... ताकि बाद में संबंधित चिकित्सक से उनके जवाब ले कर उन्हें वापस भिजवाया जा सकेगा।