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नाटक बंसती चोला ने जगाई आजा़दी की अलख

देवीलाल सामर स्मृति नाट्य समारोह

 

उदयपुर 26 फरवरी 2022 ।  भारतीय लोक कला मण्डल के 71 वें स्थापना दिवस एवं आजा़दी के अमृत महोत्सव के अवसर पर आयोजित किये जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में 18 वे पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति नाट्य समारोह के दूसरे दिन नाटक बसंती चोला ने जगाई आज़ादी की अलख। 

भारतीय लोक कला मण्डल के निदेश डॉ. लईक हुसैन ने बताया कि दी परफोमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर के संयुक्त तत्वावधान में पाँच दिवसीय 18 वे पद्मश्री देवीलाल सामर स्मृति नाट्य समारोह के दूसरे दिन मंच-रंगमंच सस्था, अमृतसर द्वारा केवल धालीवाल निर्देशित नाटक ‘‘बसंती चोला’’ की बहुत ही जबरदस्त प्रस्तुति हुई। 

नाटक ‘‘बसंती चोला’’ भारत के स्वतंत्रता सैनानी शहीद भगत सिंह के जीवन पर आधारित था। जिसमें आज़ाद भारत के लिए भगत सिंह ने सपने अपने दादा जी के साथ, अपनी माँ के साथ और अपने इंकलाबी दोस्तो के संग साझा किये।  नाटक की कथा  भगत सिंह के विचारों की कहानी है कि जब मुल्क आजा़द होगा तो कैसे सबके लिए सभी चीजे कैसे बराबर होगी। भगत सिंह एवं उसके साथियों ने कभी नहीं सोचा था कि जब देश आजा़द होगा तो इस मुल्क का बँटवारा होगा।  

नाटक के अंत में देश की यह व्यथा देख भगत सिंह, राजगुरू और सुखदेव वापस आते है और बंटवारे में उजड़े लोगो को देखकर वो लोगो के साथ फिर से अपने सपनों की कहानी सांझा करते है कि हमने अपनी शहादत इसलिए नहीं दी थी कि दो मुल्क बन जाए और बेटियों को पैदा होने से पहले ही माँ की कोख में मार दिया जाए तथा किसान खुदखुशी के लिए मज़बूर हो जाए और धर्म के नाम पर राज बने। वो कहते है कि आज फिर से बंसती चोले के गीत गाये जाए और देश से भ्रष्टाचार मिटाया जाए तथा सबको शिक्षा का बराबर अधिकार मिले। 

नाटक की मुख्य भूमिका में गुरूतेज मान, गुरूजीत कौर, विशु शर्मा, विपन धवन, साजन सिंह, हरप्रित सिंह, गुरूदित पाल सिंह, निशांन सिंह, स्नेहल कुमार थे, संगीत पर हरिन्द्र सोहल, अमनदीप सिंह थे।    

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हरिप्रसाद होनवाड़, कुलपति पद्मपत सिंघानिया विश्व विद्यालय एवं एच. एल. कुणावत एवं गणमान्य अतिथियों का संस्था निदेशक ने स्वागत किया उसके बाद सभी गणमान्य अतिथियों एवं संस्था पदाधिकारियों ने पद्मश्री देवीलाल सामर की तस्वीर पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्जवलित किया।  

संस्था के मानद सचिव सत्यप्रकाश गौड़ ने बताया कि नाट्य समारोह के तीसरे दिन दिनांक 27.02.2022 को कलासाधक मंच, करनाल द्वारा गौरव दीपक जांगड द्वारा निर्देशित नाटक ‘‘पार्क’’, दिनांक 28.02.2022 को दी परफोरमर्स कल्चरल सोसायटी, उदयपुर द्वारा डॉ. लईक हुसैन निर्देशित नाटक ‘‘चन्द्रहास’’ एवं दिनांक 01 मार्च 2022 ‘‘एक दोयम दर्जे का प्रेम पत्र का मंचन होगा।