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निःशुल्क भोजन वितरण सेवा संस्थान सेवा परिवार स्थापना दिवस

गरीब व असहाय व्यक्ति की मृत्यु पर सेवा के लिए निःशुल्क अतिम संस्कार सामग्री की व्यवस्था करेगा संस्थान

 

उदयपुर। रविवार को निशुल्क भोजन वितरण सेवा संस्थान ने अपना छठा स्थापना दिवस समारोहपूर्वक पटेल सर्कल स्थित जवाहर नगर सिंधुदा सिंधु मॉल में मनाया गया। इस आयोजन में संस्थान के सभी पदाधिकारी एवं शहर के सेवाभावी महिला पुरुष उपस्थित थे। समारोह के विशिष्ठ अतिथि भगवान दास छाबड़ा, मुरली रजानी, प्रताप राय चुग, हरीश राजानी एवं श्रीमती रुचिता चौधरी उपस्थित थे।

इस अवसर पर प्रताप राय चुग ने कहां कि अस्पताल में परिजनों के साथ में जब कोई मरीज आता है तो निश्चित रूप से उन्हें सेवा की काफी जरूरत पड़ती है। ऐसे में अगर उन्हें भोजन पानी की व्यवस्था हो जाए, दवाई की व्यवस्था हो जाए, एंबुलेंस की व्यवस्था हो जाए तो बाहर से आने वाले मरीज, उनके परिजनों का काफी भटकाव कम हो जाता है। निशुल्क भोजन वितरण व्यवस्था मानव सेवा का एक पुनीत कार्य है जिसमें छोटा सा अंशदान यह संस्थान भी कर रहा है। पीड़ितों की दुआओं से यह संस्थान और भी बड़े स्तर पर ऐसे सेवा कार्यों को करेगा हमें पूर्ण विश्वास है।

पूर्व राज्य मंत्री हरीश राजानी ने कहा कि पिछले 5 सालों से यह संस्थान मानव सेवा का ऐसा पुनीत कार्य कर रहा है जिससे अब तक कई पीड़ित परिवार लाभांवित हुए हैं। संस्थान प्रतिवर्ष करीब सवा लाख लोगों को निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाता है। पिछले 5 सालों के दौरान अभी तक 6 लाख से ज्यादा लोगों को निशुल्क भोजन करवाने का पुनीत कार्य संस्थान द्वारा किया गया है।

आज से 6 वर्ष पूर्व बहुत ही छोटे रूप में निशुल्क भोजन की शुरुआत की थी। धीरे-धीरे सभी के सहयोग से आज इस निशुल्क भोजन वितरण संस्थान ने वट वृक्ष का रूप ले लिया है। इसी तरह से आप सभी का सहयोग मिलता रहा तो यह संस्थान राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे हिंदुस्तान में निशुल्क भोजन वितरण करने का पुनीत कार्य शीघ्र कर पाएगा।

संस्थान के उद्देश्यों और उसके कार्यों के बारे में बताते हुए अशोक पोखरा ने बताया कि पिछले 5 सालों के दौरान उन्हें पीड़ित मानव सेवा की जितनी खुशी मिली है और जो सुकून मिला है उसे शब्दों में बयां नहीं कर सकता। अब संस्थान गरीब व असहाय व्यक्ति की मृत्यु पर सेवा के लिए निःशुल्क अतिम संस्कार सामग्री की व्यवस्था करेगा।

उन्होंने सभी के सहयोग से पीड़ित मानव सेवा की निस्वार्थ भावना से जो सेवा प्रारंभ की वह अनवरत जारी है। संस्थान के कार्यकलापों और उसके उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि इस संस्था ने सेवा कार्य करते समय कोई धर्म नहीं, कोई जाति नही, ना ही छोटे या बड़े इन्सान में कोई भेदभाव नहंी किया। समान आधार पर संस्थान से जनसमूह लाभान्वित होते है। छोटे-बड़े सहयोगी से संस्थान की रीति-नीति गरीब, दुःखी और जरूरतमंद व्यक्ति को निःशुल्क भोजन वितरण करने को संस्थान प्रथम प्राथमिकता प्रदान करती है।

महाराणा भूपाल चिकित्सालय, उदयपुर को कर्म भूमि बनाए रख गाँव से आए मरीजो के परिजनो को दोनो समय का निःशुल्क भोजन वितरण किया जाता है। असहाय मजबूर मरीजों को निःशुल्क दवाईयाँ, इलाज, रक्त एवं जांच सुविधा उपलब्ध करवाते है। साथ ही उपयुक्त स्थान पर फिल्टर वाटर कूलर और बुजुर्ग एवं मरीजों के बैठने के लिए कुर्सियां भी उपलब्ध  करवाते हैं। निःशुल्क एम्बुलेन्स उपलब्ध करवाई जाती है।

सेवा कार्य के तहत रक्तदान, नैत्रदान एवं योग शिविर का आयोजन करना और जनसामान्य को बॉडी डोनर जैसे कार्यों के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करना भी शामिल है। चल चिकित्सालय शिविर की स्थापना कर जनसामान्य को निःशुल्क चिकित्सा परामर्श एवं टीकाकरण उपलब्ध करवाना, असहाय, गरीब जरूरतमंद, मेधावी बच्चों को शिक्षा एवं शिक्षा के लिए आवश्यक सामग्री प्रदान करना, मजबूर, परेशान एवं जरूरतमंद बुजुर्गजनों के घर तक निःशुल्क भोजन पहुंचाना, सफाई, स्वच्छता, पर्यावरण के सम्बन्ध में जनचेतना विकसित, प्रेरित और प्रोत्साहन करना,वृद्धाश्रम की स्थापना कर वृद्धजनों की आवश्यक जरूरतों की पूर्ति करना, महामारी व आपातकालीन के समय आमजन को आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करना है। आमजन के हितों के लिए जहां जैसा मौका मिला संस्थान पीछे नही रहेगी।

कार्यक्रम में जिला सचिव एडवोकेट अशोक कुमार पालीवाल,समाजसेवी पिंटू चौधरी, अशोक तलेसरा, सुनील सेन एवं रंजन तलेसरा का भी विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम का संचालन मीनाक्षी पवार एवं प्रमिला शरद व्यास ने किया। समारोह ने संस्थान के पदाधिकारी एवं उदयपुर शहर के कई गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए। कार्यक्रम में मानव सेवा से संबंधित कई कविताएं एवं गीत भी प्रस्तुत किए गए।