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सिंधी समाज सामूहिक विवाह में आठवां वचन बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ

सामूहिक विवाह के माध्यम से सामाजिक जागरूकता का संदेश दिया गया

 

उदयपुर, 8 मार्च । श्री झूलेलाल सेवा समिति के तत्वावधान में 27वां सामूहिक विवाह समारोह शिवरात्रि पर शुक्रवार को जवाहर नगर स्थित सिंधू धाम में धूमधाम और उल्लास के साथ संपन्न हुआ। समिति के अध्यक्ष प्रतापराय चुघ ने बताया कि समस्त पंचायत के प्रमुख तथा समाजसेवियों की इस अवसर पर विशेष उपस्थिति रही।

राजस्थान सिंधी अकादमी के पूर्व मंत्री हरीश राजानी ने बताया कि विवाह स्थल पर भव्य रूप से बारात का आगमन हुआ। बारातों का उदयपुर की सभी प्रमुख सिंधी पंचायत के पदाधिकारी तथा समाजजनों ने पुष्प वर्षा करके स्वागत किया। दोपहर में करीब ढाई बजे विवाह की रस्में अदा की गई। विवाह की रस्म कमल महाराज, बृजमोहन महाराज, अशोक महाराज, सिद्धार्थ महाराज, राजेश बोडा और वासु पुरोहित ने संपन्न करवाई। विवाहित जोड़ों में राजा-कुनिका, शुभ-रौनक, गौरव-प्रियंका, निखिल-दीक्षिता, राहुल-चंचल का विधि विधान से विवाह हुआ। 

विवाह के रस्मों के दौरान हवन की सेवाओं में प्रिंस क्लब के युवाओं ने अपनी सेवाएं दीं। विवाह समारोह का संचालन वासुदेव राजानी, प्रहलाद बालचंदानी, सुरेश चावला ने किया। संपूर्ण विवाह समारोह में 10 हजार से भी अधिक बरातियों सहित आगंतुकों का स्वरुचि भोज हुआ। वर-वधू को उपहार स्वरूप सोने के मंगलसूत्र, सोने की अंगूठी, दूल्हा-दुल्हन के वस्त्र, फ्रिज, टीवी सहित अन्य सामान भेंट किया गया। युवा संगठन के गिरीश राजनी ने बताया कि पिछले 26 सामूहिक विवाह में अब तक 876 जोड़े परिणय सूत्र में बंध चुके हैं।

श्री झूलेलाल सेवा समिति के महामंत्री सुनील खत्री ने बताया कि सात फेरों के बाद आठवां वचन बेटी बचाओ, बेटी पढाओ का दिलाया गया। समाजजनों ने इस अवसर पर कहा कि सामूहिक विवाह के माध्यम से यह सामाजिक जागरूकता का संदेश दिया गया।