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समिधा संस्थान की मुस्कान दौड़ 24 मार्च को 

दृष्टिबाधित एवं अनाथ बच्चें  "मुस्कान दौड़" से समानता और स्वतंत्रता का अनुभव करेंगे

 

उदयपुर, 22 मार्च। दृष्टिबाधित एवं अनाथ बच्चों के संरक्षण, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण तथा सामाजिक समर्थन के लिए कार्यरत सामाजिक संस्था "समिधा" द्वारा उदयपुर में जनचेतना दौड़ का आयोजन किया जा रहा है । समिधा संस्थान के सचिव राघव चतुर्वेदी ने बताया की वे बच्चे हैं जिनकी दृष्टि कमजोर होती है या जो दृष्टिहीन होते हैं तथा वे बच्चे जिनके माता-पिता नहीं होते इन बच्चों को समाज द्वारा सहायता और संरक्षण की आवश्यकता होती है।

जिससे वे समाज में समानता और स्वतंत्रता का अनुभव कर सकें। उदयपुर शहर में दृष्टिबाधित एवं अनाथ बच्चों के प्रति प्रेम, सहयोग की जागृति हेतु पिछोला भीम परमेश्वर घाट, दाईजी पुलिया से रविवार 24 मार्च सुबह 9 बजे जनचेतना दौड़ का आयोजन किया जा रहा है । 

समिधा संस्थान के अध्यक्ष चंद्रगुप्त सिंह चौहान ने बताया की भारत में देश की बढ़ती कुल जनसंख्या के साथ-साथ अनाथ और परित्यक्त बच्चों की संख्या भी बढ़ रही है। भारत में 25 मिलियन (250 लाख) से अधिक अनाथ या परित्यक्त बच्चें है उन्हें दुर्व्यवहार, शोषण, उपेक्षा, माता-पिता के प्यार और देखभाल की कमी का सामना करना पड़ता है परिणामस्वरूप ऐसे बच्चें सामाजिक और भावनात्मक रूप से कमजोर रह सकते हैं । राजस्थान में सबसे अधिक दृष्टिबाधित एवं अनाथ बच्चें उदयपुर संभाग में है, दृष्टिबाधित एवं अनाथ बच्चों को सहानुभूति नहीं सहयोग की आवश्यकता है ।

इन्हें शिक्षा के माध्यम से स्वावलम्बी बनाया जाता है, ताकि वे शिक्षा तथा व्ययावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त करके समाज में सम्मानपूर्ण जीवन यापन कर सकें। इसी उद्देश्य को ध्यान में रख कर दृष्टिबाधित और अनाथ बच्चों के लिए समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए "मुस्कान दौड़" के माध्यम से प्रयास किए जा रहे है की उन्हें समाज में सम्मान, सहयोग और समर्थन मिले तथा समाज में सकारात्मक परिवर्तन आए ।