आशूरा पर दिन भर शहादत की याद में आंसू बहे
उदयपुर 28 अगस्त 2020। दाउदी बोहरा समुदाय ने आज अपने इमाम, इस्लाम के पैगम्बर मुहम्मद साहब (स.अ.व.) के नवासे, हज़रत अली (अ.स.) और सैय्यदा फातिमा (अ.स.) के बेटे इमाम हुसैन की शहादत की याद में यौम ए आशूरा मनाया। आज दिन भर वजीहपुरा मस्जिद में हाजी मुल्ला पीर अली साहब करबला शहीदों को याद कर उनकी शहादत पढ़ी और वाअज़ के ज़रिये इमाम हुसैन के सन्देश को दिया। जिसक सीधा प्रसारण यूट्यूब पर किया गया। जिसे समुदाय के स्थानीय लोगो के अलावा बड़ी संख्या में देश विदेश में बसे लोगो ने देखा।
वहीँ असरार अहमद जावरिया वाला एन्ड पार्टी, मुजम्मिल मुजाहिर एन्ड पार्टी, हाजी मुश्ताक ज़री वाला, हाजी लुकमान अली, शब्बीर हुसैन, सरफ़राज़ मुहिब, आरिफ ओड़ा वाला आदि नौहाख्वानी की। जिससे लोगो की आँख अपने इमाम की याद में भर आई। घर घर से मातम की आवाज़ आई।
दाऊदी बोहरा जमात के प्रवक्ता मंसूर अली ओड़ावाला ने बताया की इस वर्ष कोरोना के कारण प्रतिवर्ष आशूरा की दिन निकाला जाने वाला परम्परागत अज़ादारी जुलुस नहीं निकल पाया। वहीँ हलीम और शर्बत की सबीले भी नहीं लग पाई। लोगो ने घर में ही रहकर मातमपुर्सी और इबादत की।
शिया दाउदी बोहरा समुदाय: यौम-ए-आशूरा आज शुक्रवार को मनाया गया
शिया दाउदी बोहरा समुदाय के अकीदतमंद आज मौला इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम एवं कर्बला के शहीदों की याद में यौम-ए-आशूरा मनाया। आज का दिन इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि मोहर्रम की दसवीं तारीख को कर्बला के मैदान में मौला इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम और आपके अहलेबैत व असहाब की जब शहादत हुई वह दिन भी शुक्रवार का दिन था ।
समाज प्रवक्ता डॉ बी.मूमिन ने बताया कि हर साल अशरा मुबारक में रूहानी पैशवा डॉ सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब जहां वायज फरमाते हैं वहां लाखों अकीदतमंद अपनी उपस्थिति देते हैं लेकिन इस कोविड19 की महामारी एवं केन्द्र सरकार के निर्देशों को दृष्टिगत रखते हुए रुहानी पैशवा हिज हाइनेस डॉ सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब ने यह निर्णय लिया कि इस साल मस्जिदों को बन्द रखा जाये और हर एक अकीदतमंद अपने अपने घरो में मोहर्रम मनाया। अतः दिनांक 20 अगस्त से हर रोज प्रातः 10-30 से दोपहर 1:30 तक सैयदना ताहेर सैफुद्दीन साहब, मोहम्मद बुरहानुद्दीन साहब एवं 53 वे दाई-उल-मुतलक सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन साहब की वायज मुबारक का सीधा प्रसारण हुआ और अकीदतमंदों ने अपने तीनों दाई-उल-मुतलक की वायज मुबारक की सदाकत हासिल की।
डॉ मूमिन ने बताया कि आज पूरी दुनिया में अकीदतमंद अपने मौला इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की भूख प्यास की याद में भूखे प्यासे रहकर अपने अपने घरो में वायज मुबारक का सीधा प्रसारण सुना। आज सुबह से लेकर शाम तक कर्बला के एक-एक शहीदों की शहादत का जिक्र कर ग़म न मातम मनाया गया।