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राजस्थान की पारंपरिक कठपुतलियों को देख अभिभूत हुए हजारों की संख्या में आए दर्शक 

कठपुतली नाटिका स्वामी विवेकानंद का मंचन

 

भारतीय लोक कला मंडल के निदेशक डॉक्टर लईक हुसैन ने बताया कि भारतीय लोक कला मंडल का कठपुतली दल रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ, देवधर झारखंड के 100 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर आयोजित शताब्दी समारोह में संस्था की कठपुतली नाटिका स्वामी विवेकानंद की प्रस्तुति देने हेतु देवधर आया हुआ है।

23 सितंबर को समारोह के दूसरे दिन आयोजित कार्यक्रम में डॉक्टर लईक हुसैन द्वारा लिखित एवं निर्देशित कठपुतली नाटिका स्वामी विवेकानंद का मंचन किया गया। इस अवसर पर लगभग 5000 दर्शकों ने स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर आधारित कठपुतली नाटिका स्वामी विवेकानंद को देखा।
 

उन्होंने बताया कि संस्था द्वारा कठपुतली नाटिका स्वामी विवेकानंद का निर्माण वर्ष 2013 में स्वामी विवेकानंद के 150 वे जन्मशताब्दी वर्ष के अवसर पर किया गया था। जिसके संपूर्ण भारत में अभी तक लगभग 350 एवं 8 से अधिक देशों में लगभग 50 प्रदर्शन हुए हैं। उक्त कठपुतली नाटक की विशेषता यह है यह सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित करता है और साथ ही उन्हें स्वामी विवेकानंद के जीवन उनके संदेश एवं आदर्शों के बारे में बहुत ही सहजता से बताता है। उपयुक्त नाटक का दिनांक 25 सितंबर को लोक एवम जनजाति कला एवं संस्कृति संस्थान, संस्कृति विभाग और भारतेंदु नाट्य अकादमी लखनऊ के सयुक्त तत्वावधान में आयोजित समारोह भी प्रदर्शन किया जाएगा।