कलावा आर्ट एण्ड क्राफ्ट द्वारा आयोजित दो दिवसीय महिला आर्टिसन प्रशिक्षण
कलावा आर्ट एण्ड क्राफ्ट, उदयपुर, राजस्थान, व फेयर ट्रेड फार्म इंडिया के संयुक्त तत्वाधान में यूरोपियन यूनियन के आर्थिक सहयोग से संस्था सचिव मधु देथा और कृति देथा के निदेशन में दो दिवसीय डिजाईन थिंकिंग पर लघु प्रशिक्षण का आयोजन उदयपुर राजस्थान में किया गया। विशिष्ट अतिथि जेमीमाह क्रिश्चियन, कोर्डिनेटर फेयर ट्रेड फार्म इंडिया उपस्थित रहे।
दो दिवसीय प्रशिक्षण में 50 हस्तशिल्पी महिलाओ की भागीदारी रही। कार्यक्रम अध्यक्ष कृति देथा ने संस्थान की गतिविधियों व कार्यो पर प्रकाश डाला। कलावा क्राफ्ट संस्थापक मधु देथा ने बताया की वे 2014 से यह संस्था चला रही है और तकरीबन 120 महिलाओं के साथ काम कर रही है, जो उनके साथ 8-9 साल से जुड़ी हुई है। वे बताती है की यह संस्था एक तरह से “Women Organisation” है।
हाल ही में वे अभी ‘स्त्री’ प्रोजेक्ट पे भी काम कर रही है। वे बताती है की महिलाओ को प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाएगी। उन्होंने सभी महिलाओ को हस्तशिल्प के बारे में जानकारी दी। इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य हस्तशिल्पी महिलाओ को आत्मनिर्भर बनाना, उनके द्वारा तैयार किये गये उत्पादन को बाजार में जगह दिलाना तथा लोगो की मांग के अनुरूप अपने उत्पादन को बढ़ावा देने मे सक्षम बनाना है। प्रशिक्षण में महिलाओ को डिजाईन थिनिंग टूल्स के माध्यम से बाजार कि मांग के अनुरूप उत्पादन तैयार करने का प्रशिक्षण दिया गया, तथा वित्तिय साक्षरता और डिजिटल साक्षरता से अवगत कराया गया।
कृति देथा बताती है की प्रशिक्षण में सभी महिलाओं को उनकी हेल्थ, हाइजीन,वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर केसे बना जाए उसके बारे में बताया गया. साथ ही महिलाओ के हेल्थ और विकास के लिए गतिविधिया करवाई गयीं। सीनियर गयनोकोलॉजिस्ट, सेंट्रल हॉस्पिटल, डॉक्टर अलका अग्गरवाल ने महिलाओं को जनरल एंड गायनिक हेल्थ समस्याएं, उनके बचाव और इलाज से संबंधित जानकारी दी। योग प्रशिक्षक नेहा शर्मा ने महिलाओं को योग का परिचय दीया, और योग के दैनिक अभ्यास के लिए कुछ सरल तकनीकें सिखाई जो सामान्य समस्याओं में मदद करती हैं। उन्होंने जीवन में आत्म-देखभाल के महत्व पर जागरूकता पैदा की।
योग इंस्ट्रक्टर नेहा शर्मा बताती है की योग महिलाओं के शरीर को स्वस्थ बनाने के अतिरिक्त और भी बहुत से काम करता है। यह मन को संतुलित करता है तथा आत्मा को पोषित करता है। इसलिए महिलाएं योग को एक अतिरिक्त बोझ नहीं समझती, बल्कि यह उनके व्यस्तता से भरे जीवन की एक आवश्यक गतिविधि है जो उनको अपनी जिम्मेदारियों को पूर्णता से निभाने में सहायता करता है। साथ ही सभी महिलाओं को प्रशिक्षण के दौरान योग भी करवाया गया।
प्रशिक्षण के समापन में संस्था सचिव मधु देथा और कृति देथा द्वारा सभी आर्टिसन को राशन किट वितरित किये गए।