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GITS में 5 दिवसीय प्लाज्मा प्रदर्शनी का आयोजन

युवाओं में विज्ञान के प्रति रूचि एवं नवाचार बढ़ाने हेतु आयोजन

 

संसार की प्रगति का आधार विज्ञान आधारित शोध हैं। युवाओं में विज्ञान के प्रति रूचि बढ़ाने एवं विज्ञान आधारित तकनीकों से अवगत कराने हेतु गीतांजली इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर (गिट्स) एवं इंस्टिट्यूट ऑफ प्लाज्मा रिसर्च के संयुक्त तत्वाधान में 05 दिवसीय 15 अप्रेल 2024 से 19 अप्रेल 2024 तक गिट्स प्रांगण में प्लाज्मा प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा हैं।

संस्थान निदेशक डॉ. एन.एस. राठौड ने प्लाज्मा रिसर्च के संदर्भ में बात करते हुए कहा कि किसी भी देश का विकास वहां के तकनीकी विकास के साथ जुडा हुआ हैं। विज्ञान के पथ पर कोई भी देश तभी आगे बढ़ सकता है। जब वहां के युवाओं में रिसर्च आधारित वातावरण बने और उच्च शिक्षा के स्तर पर शोध तथा अनुसंधान के पर्याप्त साधन उपलब्ध हो। उभरते परिदृश्य और प्रतिस्पर्धा के माहौल में विज्ञान के विकास को सबसे शक्तिशाली माध्यम के रूप में मान्यता मिल रही हैं। इसी के तहत 5 दिन तक चलने वाले इस प्लाज्मा प्रदर्शनी में प्लाज्मा के विभिन्न आयामों और उसके उपयोगों के बारे में राजस्थान के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों व शिक्षकों को अवगत कराया जायेगा जिसके तहत 25 प्लाज्मा प्रौद्योगिकी के नवीनतम मोहक प्रदर्शन होंगे।

प्लाज्मा उच्च तकनीक उद्योग जैसे उच्च तापमान वाले फिल्म, सेमीकंडक्टर्स, कम्प्यूटर चिप्स आदि उत्पादन करके टेक सेक्टर में नवाचार को बढ़ावा देता हैं। प्लाज्मा स्वास्थ्य सेवाओं में स्टेरिलाइजेशन की महत्वपूर्ण भूमिका निभाता हैं। प्लाज्मा चिकित्सा जगत में विज्ञान तथा जीव विज्ञान क्लिनीकल चिकित्सा के साथ जोडता हैं, जो छात्रों को विभिन्न विषयों में सक्रिय होने की सम्भावना प्रदान करता हैं। प्रदर्शनी के अतिरिक्त विज्ञान शिक्षकों के लिए 4 घण्टे का प्लाज्मा प्रशिक्षण का आयोजन किया जा रहा हैं, जो शिक्षकों को अपने स्कूल के पाठ्यक्रम में प्लाज्मा के अवसरों को सही ढंग से एकीकृत करने की क्षमता प्रदान करेगा। 

प्लाज्मा अनुप्रयोगों को सही ढंग से समझने की क्षमता प्रदान करेगा। प्लाज्मा को और अच्छे ढंग से समझाने के लिए भारत सरकार के इंस्टिट्यूट ऑफ प्लाज्मा रिसर्च के 7 वैज्ञानिक आउटरिच डिविजन के हेड डॉ. ए.वी. रविकुमार, सांइटिफिक ऑफिसर, चेतन ज़रीवाला, सुश्री हर्षिता, रमेश बाबु, नरेन्द्र सिंह चौहान, आनन्द कुमार, राहुल विश्वकर्मा प्रदर्शनी में शिरकत कर रहे हैं।

देश और समाज के तकनीकी विकास में गिट्स अपनी भूमिका बखूबी निभा रहा हैं। अभी हाल ही में देश प्रदेश में हुये विभिन्न हैकाथॉनों में गिट्स के विद्यार्थियों ने प्रथम पुरस्कार प्राप्त कर लगभग 10 लाख से ज्यादा नगद पुरस्कार प्राप्त किये हैं।

विगत 2 वर्षो में गिट्स में निम्नलिखित उपलब्धियां हासिल की हैं।

  1. एम.एस.एम.ई. बिजनेस इन्क्यूवेशन केन्द्र की स्थापना
  2. भारत के लघु, सुक्ष्म और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा आयोजित महिला हैकाथॉन 3.0 में डॉ. संगीता चौधरी का इनोवेटिव आइडिया ‘‘इको क्रेडिट’’ जो प्लास्टिक रिसाइकलिंग और मैनेजमेंट पर है। और डॉ. प्रकृति पोरवाल का इनोवेटिव आइडिया ‘‘ फिनिक्सस्टुडियों’’ जो वित्तिय सुरक्षा और पार्दर्शिता पर आधारित हैं। इन दोनों महिला व्याख्याताओं को भारत सरकार की तरफ से आइडिया को स्टार्टअप में बदलने के लिए 15 लाख रूपये की वित्तिय सहायता प्रदान की जायेगी।
  3. ए.आई.सी.टी.ई. आइडिया लेब के तर्ज पर सेन्टर ऑफ इनोवेशन एण्ड इन्क्यूवेशन सेल की स्थापना
  4. राष्ट्रिय स्तर पर हुये कवच हैकाथॉन में प्रथम स्थान प्राप्त कर 1 लाख रूपये की नगद पुरस्कार की प्राप्ति।
  5. शिक्षा मंत्रालय एवं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् नई दिल्ली के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित स्मार्ट इण्डिया हैकाथॉन 2020, 2022 और 2023 में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान की प्राप्ति।
  6. शंकरा हैकाथॉन में प्रथम स्थान की प्राप्ति।
  7. विद्यार्थी डॉ. शहबाज शेख, अर्पित सियाल, आयुष व्यास, अंकित मिश्रा, मयंक शर्मा, रिषभ डांगी और प्रशान्त मिश्रा द्वारा क्रमशः न्यू एच.डी.एस. इन्टरप्राईजेज, वोल्ट फेव इण्डिस्ट्रीज, परिचय, अदविका सोल्यूशन्स, एस जी लूमि टेक्नोलॉजी, सिडलिंग टेक्नोलिटिकल प्राइवेट लिमिटेड, वन एक्सपर्ट इनोवेशन स्टार्टअप की स्थापना।
  8. एल.एण्ड टी., माइक्रोन टेक्नॉलोजी, थर्मेक्स एवं सिक्योर मीटर जैसी नामचीन कम्पनियों के साथ एम.ओ.यू. करके ए.आई. रेड्डी एण्ड इण्डस्ट्री रेडी स्टुडेंट तैयार करना।
  9. विद्यार्थियों को मशीन लर्निंग, ए.आई. और डी.एल. पर ट्रेनिंग प्रदान करना।

वित्त नियंत्रक बी.एल. जांगिड ने कहा कि हम सभी को विज्ञान के महत्व को समझना होगा और वैज्ञानिकों के समाज के प्रति योगदान को सराहना होगा। यह प्रदर्शनी छात्र-छात्राओं को प्लाज्मा के प्रति रुझान पैदा करेगी जो आगे चलकर उनके भविष्य संवारने में मदद करेगी। धन्यवाद ज्ञापन डॉ. मनीष वर्मा द्वारा दिया गया तथा कार्यक्रम का संचालन डॉ. विशाल जैन एवं डॉ. हिना ओझा द्वारा किया गया।