फलों के राजा आम पर मौसम की मार
मौसम में परिवर्तन का असर आम की फसल पर
जिस तरह से मौसम बदल रहा है, कभी भी बारिश होने लगती है, तो कभी हवाएं चलने लगती है। कभी तापमान में गिरावट देखने को मिलती है, तो कभी अचानक से तापमान बढ़ जाता है। इस जलवायु परिवर्तन का असर आम के फसल पर भी देखने को मिल रहा । भारत का पसंदीदा फल एक समस्या का सामना कर रहा है।
बार-बार मौसम में बदलाव से आम की फसल पर भी प्रभाव पड़ा है। फलों के राजा आम के सीजन का सभी बेसब्री से इस फल की मिठास का आनंद लेने का इंतजार करते हैं।लेकिन, मौसम में चल रहे परिवर्तन का असर आम की फसल पर पड़ रहा है। कुछ आम में खराबी भी आ रही है। मौसम परिवर्तन से कुछ आम की फसल में गुठली काली पड़ रही है तो कुछ की साइज छोटी ही है।
ऐसे में इस बार आम गत वर्ष की तुलना में 30 से 40 प्रतिशत महंगे बिक रहे हैं। इसके बावजूद उदयपुर के बाज़ार में प्रतिदिन 50 से 60 टन आम की खपत हो रही है।
(भाव रुपए प्रति किलो के हिसाब से, हापुस की कीमत दर्जन के अनुसार)
किस्म | होलसेल भाव | खुदरा मूल्य |
तोतापुरी | 40 से 50 | 50 से 60 |
बादाम | 50 से 60 | 60 से 70 |
केसर | 90 से 110 | 100 से 130 |
दक्षिण भारत का हापुस | 70 से 90 | 80 से 110 |
रत्नागिरी का हापुस | 110 से 120 | 130 से 140 |
सुंदरी | 55 से 60 | 70 से 80 |
फल विक्रेता नीतेश देवानी ने बताया कि इस बार हर कुछ दिनों में मौसम बदलता रहा है। कभी तेज गर्मी तो कभी बारिश, कई बार आंधी भी चली। ऐसे में आम की फसल गत वर्ष की तुलना में आधी ही हुई। इससे इस वर्ष इनके भाव भी 30 से 40 प्रतिशत अधिक है। इन दिनों बाज़ार में तोतापुरी, बादाम, केसर, हापुस, सुंदरी आदि आम की आवक हो रही है। जिले में तोतापुरी आम की सबसे अधिक मांग रहती है। इसके साथ ही बादाम भी काफी बिकता है।