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NAPCON में गीतांजली के चेस्ट विशेषज्ञ, डॉ. ऋषि कुमार शर्मा विशिष्ट वक्ता  

पुणे में आयोजित चेस्ट फिजीशियन के वार्षिक सम्मेलन NAPCON 

 

उदयपुर 31 जनवरी 2025। पुणे में आयोजित चेस्ट फिजीशियन के वार्षिक सम्मेलन NAPCON में गीतांजली मेडिकल कॉलेज के चेस्ट विशेषज्ञ, डॉ. ऋषि कुमार शर्मा ने बतौर विशिष्ट वक्ता भाग लिया। उन्होंने अस्थमा बीमारी के निदान के लिए स्पाइरोमेट्री जांच की आवश्यकता पर अपने विचार व्यक्त किए।

डॉ. ऋषि कुमार शर्मा ने बताया कि अस्थमा रोग की शुरुआत ज्यादातर बचपन में होती है और यह खांसी के रूप में बच्चों को प्रभावित करता है। इसलिए शुरुआती अवस्था में ही इसका निदान आवश्यक होता है, ताकि सही दवाइयाँ शुरू की जा सकें। इसमें स्पाइरोमेट्री जांच की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है।

साथ ही, डॉ. ऋषि कुमार ने हेमोप्टाइसिस (Hemoptysis) के लिए उपलब्ध विभिन्न उपचार पद्धतियों पर आधारित सत्र की अध्यक्षता भी की।