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राज्य स्तर से निर्धारित लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में समीक्षा

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक
 

उदयपुर 19 नवंबर 2024। जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार जिला परिषद सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गई जिसमें सीईओ जिला परिषद,सीएमएचओ प्रथम और द्वितीय, डिप्टी सीएमएचओ प्रथम और द्वितीय,एडिशनल सीएमएचओ, आरसीएचओ ,डीपीसी डीडीडब्ल्यू, एसएमओ डब्ल्यू एचओ, डीपीएम,डीएनओ,डीएएम, बीसीएमओ, बीपीएम और जिले के  सीएचसी प्रभारियों ने भाग लिया।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर एच बामनिया ने बताया कि जिला परिषद सीईओ ने विभाग की सभी योजनाओं पर विस्तार से चर्चा करते हुए बताया कि योजनाओं की क्रियान्विति समय पर हो और लक्ष्य को राज्य सरकार के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए प्राप्त करने का प्रयास करें। विश्व शौचालय दिवस पर अपने संस्थान पर अभियान चला कर साफ सफाई और स्वच्छता रखने के निर्देश दिए। यह अभियान 19 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलेगा।

सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि सिकल सेल एनिमीया की पेंडेंसी को खत्म करें। आभा आईडी का बनाने का कार्य समय पर पूरा करें। इसकी गति बढ़ानी होगी। आयुष्मान आरोग्य मेलों का आयोजन किया जाए। प्रत्येक संस्थान पर महिने में 4 बार करना होता है। सीएचसी पर प्रत्येक बुधवार को हेल्थ मेला आयोजित किया जाए।

अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रागिनी अग्रवाल ने बताया कि  ई केवाईसी आयुष्मान भारत कार्ड बनाने में पेंडेंसी खत्म करें। अभी 70% कार्य ही हुआ है,इस पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया। अन्य क्षेत्रों में वितरण कार्य समय पर पूरा करने के निर्देश दिए।कार्ड वितरण में मावली, गिर्वा और बड़गांव की प्रगति कम पायी गई।आभा आईडी बनाने में कम प्रगति पाई गई इसे सुधारने के निर्देश दिए गए।

परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत नसबंदी केस बढ़ाने के निर्देश दिए। अभी तक सिर्फ 15% लक्ष्य ही प्राप्त किया गया है। कोटडा, गोगुंदा, झाड़ोल, खेरवाड़ा में नसबंदी केस कम होने पर बढ़ाने के निर्देश दिए । पीपीआईयूसीडी में पन्नाधाय महिला चिकित्सालय को इसे सुधारने के निर्देश दिए एवं अंतरा इंजेक्शन में उदयपुर शहर और भींडर की कम प्रगति पर असंतोष जारी किया।

आर सी एच की समीक्षा में आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य ने बताया कि एएनसी रजिस्ट्रेशन वार्षिक लक्ष्य का 89% ही हुआ है। प्रथम त्रैमासिक में 68% एएनसी रजिस्ट्रेशन ही हुआ है।उसे बढाना है। फुल एएनसी ड्रापआउट 19% है। इसका पता लगाकर कम किया जाए।जितनी एएनसी रजिस्टर्ड की हो रही है उसके हिसाब से डिलीवरी कम रिपोर्ट हो रही है। यह गेप 20% है। इस गेप को कम करने के निर्देश दिए।जहां कम डिलीवरी हो रही है उन स्थानों पर सुविधाएं बढाकर डिलीवरी को बढ़ाया जाये। 9748 नोन रिपोर्टेट डिलीवरी केस का पता लगा कर इसे सिस्टम में लाया जाये।

डॉ अक्षय व्यास ने बताया कि 95% टीकाकरण का लक्ष्य प्राप्त कर लिया है। शहरी स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति अच्छी नहीं पाई। टीकाकरण होने के बावजूद रिपोर्टिंग नहीं होने से गेप निकल कर आ रहा है। 20 संस्थानों ने 80% से कम लक्ष्य प्राप्त किया है। इसमें सुधार कर कमी दूर करने के निर्देश दिए। मां वाउचर योजना में आवश्यकतानुसार वाउचर बनाने और एक महीने में सोनोग्राफी करवाना सुनिश्चित करें। आवश्यकता होने पर 104 वाहन का उपयोग करें। जेएसवाई का 21% और आरएसवाई का 15% गेप खत्म करने के निर्देश दिए।

डीपीसी डॉ मोहन धाकड़ डीडीडब्ल्यू ने बताया कि दवा योजना में राजस्थान की रेंकिंग इस बार प्रथम स्थान से द्वितीय स्थान हो गया है। राज्य सरकार से निर्देश प्राप्त हुआ है कि सात दिनों में स्थिति में सुधार कर प्रथम स्थान पर आना होगा। निशुल्क दवा योजना एवं जांच योजना में  उदयपुर जिले की स्थिति अच्छी है,  सभी संस्था अपने द्वारा समय पर रोगी पर्ची की ऑनलाइन एंट्री करें एवं विभाग द्वारा दिए गए 8 पॉइंट पर सभी गतिविधियां पूर्ण करें। सभी संस्थानों पर मौसमी बीमारियों को देखते हुए जांचे बढ़ाने को कहा।

एनिमीया मुक्त राजस्थान कार्यक्रम में घनश्याम सोनी ने बताया कि बच्चों को आयरन सिरप देने और शक्ति दिवस पर दवा पिलाकर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। सीरप और टेबलेट का प्रोपर डिस्ट्रिब्यूशन करने को कहा। मोहम्मद हुसैन बोहरा ने बताया कि एफपीएलएमआईएस पोर्टल पर आशाओं द्वारा अभी तक इंडेन करना और क्लांइट को इश्यू करना दोनों सही नहीं किया जा रहा है। चिकित्सा अधिकारी और एलएचवी को ध्यान देने की आवश्यकता है।

डिप्टी सीएमएचओ डॉ अंकित जैन ने बताया कि एन सी डी की रेंकिंग में उदयपुर पिछड़ रहा है। इसका कारण पोर्टल पर ऑनलाइन नहीं करना है।30 वर्ष से अधिक के लोगों को एनसीडी के तहत पंजीकृत करने में हम 40% ही कामयाब हुए हैं।इसकी गति बढ़ानी होगी। आशाओं और एएनएम को अपनी आईं डी से पोर्टल पर एंट्री करने के निर्देश दिए और चिकित्सा प्रभारी को मोनिटरिंग कर समय पर इसे सुधारने को कहा है।

जिला क्षय अधिकारी डॉ आशुतोष सिंघल ने बताया कि जिले में टी बी की दवा उपलब्ध हो गयी है। फोलोअप स्क्रीनिंग करवाई जाये।टी बी के रोगियों की एच आई वी की जांच करवाई जाये।