विश्व रोगाणु रोधी जागरूकता सप्ताह आज से
जिले में नीमहकीमो के विरुद्ध कार्रवाई करने के निर्देश
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ शंकर एच बामनिया ने बताया कि जिले में रोगाणु रोधी प्रतिरोधक क्षमता के प्रति जागरूकता के लिए 18 नवंबर से 24 नवंबर तक एंटी माइक्रोबियल अवेयरनेस सप्ताह मनाया जाएगा। डब्ल्यू एच ओ ने इस वर्ष इसकी थीम प्रिवेंटिंग एंटी माइक्रोबियल रजिस्टेंस टूगेदर रखी है।आज इसके तहत स्वास्थ्य भवन में बैठक रखी गई जिसमें सीएमएचओ, डिप्टी सीएमएचओ, जिले के सभी बीसीएमओ, डॉ प्रणव भावसार, डॉ सत्यनारायण वैष्णव, भगवती शर्मा, दाड़म दास वैष्णव एवं जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्य उपस्थित थे।
सीएमएचओ डॉ बामनिया ने बताया कि सप्ताह के दौरान जागरूकता गतिविधियों के माध्यम से अनावश्यक एंटीबायोटिक के उपयोग को रोकने और इसके सही उपयोग के लिए बताया जाएगा। सभी चिकित्सा संस्थानों को निर्देशित किया कि संक्रमण को रोकने के लिए बायोवेस्ट का सही तरीके से निस्तारण किया जाये। संस्थान पर साफ सफाई अच्छी तरह से की जाये। सप्ताह में की गई गतिविधियों की रिपोर्ट प्रतिदिन मय फोटो जिला स्तर पर भेजीं जाये। साथ ही स्कूलों और कॉलेजों में भी जागरूकता अभियान चलाया जाए। संस्थानों पर सभी स्टाफ को सही ट्रेनिंग दी जाए। डीडीसी से बिना डॉक्टर की सलाह से किसी को भी एंटी बायोटिक नहीं दी जाए। इसके लिए उपस्थित सभी सदस्यों को शपथ दिलाई गई।
डिप्टी सीएमएचओ डॉ अंकित जैन ने बताया कि मौसमी बीमारियों का प्रकोप कम हो रहा है लेकिन रोकथाम हेतु जारी गतिविधियां कम नहीं की जानी चाहिए। राज्य स्तर से एसीएस श्रीमती शुभ्रा सिंह और संभाग स्तर से संयुक्त निदेशक डॉ जेड ए काजी स्वयं इसकी मोनिटरिंग कर रहे हैं।
एनसीडी के नोडल डॉ प्रणव भावसार ने बताया कि तीस वर्ष से अधिक के सभी व्यक्ति जो चिकित्सा के लिए संस्थानों पर आते हैं उनकी बीपी, सुगर की जांच अवश्य करवाएं।आभा आईडी बनवाकर आन लाइन करवायें। धूम्रपान निषेध हेतु कोटपा एक्ट के तहत चालान की कार्रवाई की जाए।
सीएमएचओ डॉ बामनिया ने सभी को निर्देश दिए कि आचार संहिता के चलते सभी चिकित्सा संस्थानों को अलर्ट मोड़ पर रखा जाए जिससे किसी भी परिस्थिति में चिकित्सा संबंधी परेशानी नहीं हो। मतदान दलों के सम्पर्क में रहे और आचार संहिता का पूर्ण पालन किया जाए। जिले में नीमहकीमो के विरुद्ध कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।