भरतपुर में 5 साल का मासूम बच्चा ब्लैक फंगस की चपेट में
बच्चों में पहले म्यूको माइकोसिस (ब्लैक फंगस) एक भी केस नहीं था लेकिन अब छोटे बच्चे भी म्यूको माइकोसिस (ब्लैक फंगस) की चपेट में आ रहे हैं
बच्चा पहले से अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित
तीसरी लहर की संभावना के नजर आते ही अब बच्चे कोरोना की चपेट में आ रहे है। बच्चों में पहले म्यूको माइकोसिस (ब्लैक फंगस) एक भी केस नहीं था लेकिन अब छोटे बच्चे भी म्यूको माइकोसिस (ब्लैक फंगस) की चपेट में आ रहे हैं। जयपुर के जेके लोन हॉस्पिटल में नया केस आया है।
भरतपुर जिले का रहने वाला यह बच्चा 5 साल का है। इसे कब कोरोना हुआ यह इसके माता-पिता को भी नहीं पता। डॉक्टर ने बताया कि जेके लोन अस्पताल में म्यूको माइकोसिस का यह पहला केस आया है। उन्होंने बताया कि इस बच्चे को करीब 2-3 महीने पहले असिम्प्टोमेटिक (बिना लक्षण वाला) कोरोना हुआ है। कोरोना कब हुआ इसके बारे में उसके माता-पिता को कुछ पता नहीं है।
डॉक्टर ने बताया कि बच्चा पहले से अप्लास्टिक एनीमिया से पीड़ित है। इसे पिछले सप्ताह ही अस्पताल में एडमिट किया है। अब इस बच्चे के मुंह की सर्जरी होगी, क्योंकि म्यूको माइकोसिस के कारण उसके जबड़े में खराबी आ गई है, जिसके ऑपरेशन के लिए उसे ENT डॉक्टर्स के पास SMS हॉस्पिटल भेजा जाएगा।