×

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा

ऑनलाइन एंट्री के गैप को पूरा करे

 
ज़िला कलेक्टर ने दिए निर्देश 

उदयपुर, 13 अप्रैल जिले में चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित योजनाओं की मासिक प्रगति की समीक्षा हेतु आज जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक संपन्न हुई। बैठक में जिला कलेक्टर द्वारा कोविड टीकाकरण, परिवार कल्याण एवम् आरसीएच गतिविधियों सहित विभाग में संचालित योजनाओं के निर्धारित सूचकांक की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की गई।

कलेक्टर ताराचंद मीणा ने कहा की राज्य सरकार द्वारा आमजन को पूर्णतः निशुल्क उपचार उपलब्ध कराने हेतु मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना, निशुल्क दवा योजना, निशुल्क जॉच योजना से लेकर अनेको कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं में निर्धारित लक्ष्यो की प्राप्ति हेतु जरूरी है की शुरुआत से ही समुचित कार्ययोजना बना लक्षित समूह को टारगेट किया जाए एवम् पात्र लोगो को लाभ देकर योजनाओं को सफल बनाया जाए।

ऑनलाइन एंट्री के गैप को पूरा करे

बैठक के दौरान निशुल्क दवा एवम् जांच योजना की समीक्षा करते हुए मुख्य चिकित्सा एवम् स्वास्थ्य अधिकारी ने बकाया ऑनलाइन एंट्री को शीघ्र पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा की कोई भी डीडीसी नॉन वर्किंग नहीं रहनी चाहिए एवम् सभी डीडीसी पर मानक अनुसार आवश्यक दवाईयां उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्धारित जांचों में सभी जांचे उपलब्ध कराने हेतु भी अधिकारियों को निर्देशित किया।

डॉ खराड़ी ने कहा की मौसमी बीमारी से कही भी उल्टी दस्त या बुखार के एकाएक अधिक संख्या में रोगी मिलने लगे तो तुरंत इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को देवे जिससे बीमारी के प्रसार को समय रहते रोका जा सके।

तंबाकू नियंत्रण की कार्ययोजना की भी समीक्षा

तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम की 100 दिवसीय कार्ययोजना को लेकर डिप्टी सीएमएचओ डॉ राघवेंद्र राय ने अभियान की अभी तक की प्रगति के बारे में जिला कलेक्टर को अवगत कराया। डॉ राय ने कहा की कार्ययोजना के अंतर्गत सभी शिक्षण संस्थानों को तंबाकू मुक्त बनाना है। इसके साथ ही 9 पॉइंट्स इंडिकेटर्स पर कार्य करते हुए विद्यालयों में इसको लेकर वाद विवाद, पोस्टर प्रतियोगिता, रैली इत्यादि आयोजित करवाने है। इस हेतु उन्होंने शिक्षा विभाग के आवश्यक सहयोग की अपेक्षा जताई। जिस पर जिला कलेक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित कर तुरंत उपरोक्त गतिविधियां संचालित करने के लिए निर्देशित किया।

बैठक में आरसीएचओ डॉ अशोक आदित्य ने उच्च जोखिम गर्भावस्था हेतु परिवर्तित कार्यक्रम एक्सटेंडेड प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा की चिकित्सा संस्थानों में गुणवत्ता को बढ़ाने के प्रयास किए जाए ताकि अधिक से अधिक संस्थानों को लक्ष्य सर्टिफाइड किया जा सके। डीटीओ डॉ अंशुल मट्ठा ने पीपीटी के माध्यम से सिलिकोसिस मामलों के स्क्रीनिंग एवम् प्रमाणीकरण की प्रगति रिपोर्ट से अवगत कराया।

जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित इस बैठक में समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों सहित ब्लॉक से खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बीपीएम,सीएचसी प्रभारी इत्यादि मौजूद रहे।

जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक के आयोजन में ज़िला कलेक्टर ये निर्देश दिए-

उदयपुर जिले में जिला कलक्टर की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन किया गया । जिसमें एचआईवी एड्स कार्यक्रम की समीक्षा की गई एवं वर्तमान की स्थिति के बारे में जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ मनु मोदी एवं एआरटी केंद्र से मेडिकल ऑफिसर एवं डाटा मैनेजर कातिन रावल द्वारा आकंड़ों के माध्यम से अवगत कराया गया । 
 

कलक्टर द्वारा निम्न निर्देश प्रदान किये गए:-
 

  1. जिले में सिफलिस जांच की धीमी प्रगति के लिए कलक्टर साहब ने RMRS एवं MNJY से किट खरीदने हेतु निर्देश दिए एवं जहां बजट की कमी है वहां जिला सहायता कोष में से सिफलिस टेस्ट किट खरिदने हेतु निर्देश प्रदान किये ।
  2. सभी गर्भवती महिलाओं की एचआईवी एवं सिफलिस जाँच को शत प्रतिशत करने के निर्देश प्रदान किये गए ।
  3. जिले में एलएफयू एवं PLHIV की डेथ को कम करने माइक्रोप्लान तैयार कर आशा एवं एएनएम के माध्यम से उक्त इंडिकेटर में अपेक्षित सुधार हेतु निर्देश प्रदान किये ।
  4. सभी बीसीएमओ को निर्देश दिए गए कि वो उनके वहां आयोजित होने वाली प्रत्येक ब्लॉक मीटिंग में एचआईवी एड्स विषय पर अवश्य चर्चा करें एवं उसकी प्रगति की निरंतर मोनिटरिंग करें ।
  5. प्रत्येक ब्लॉक मीटिंग में एआरटी परामर्शदाता को उपस्थित रहने हेतु निर्देश दिए ताकि उक्त ब्लॉक के मिस एवं एलएफयू मरीजो को पुनः जल्द से जल्द एआरटी जोड़ा जा सके