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मरीजों के लिए राहत लेकर आया निःशुल्क पंचकर्म शिविर

वर्षों पुरानी बीमारियों से मरीजों को कुछ ही दिनों में मिली राहत

 
उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों का भी किया सम्मान

उदयपुर 12 नवम्बर। भारत की पुरातन चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद से विभिन्न प्रकार की बीमारियों का उपचार सुगमता और बिना किसी साइड इफेक्ट के वर्षों से किया जाता रहा है। इसी क्रम में उदयपुर का आयुर्वेद विभाग भी पीछे नहीं है और पंचकर्म शिविरों के माध्यम से निरंतर मरीजों को विभिन्न बीमारियों से राहत प्रदान की जा रही है। 

डॉ शोभालाल औदिच्य के प्रयासों से राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिन्धी बाजार तो अपने आप में एक मिसाल बन गया है। न सिर्फ ओपीडी बल्कि अब आईपीडी के लिए भी यहां मरीजों की कतार लगने लगी है। यहाँ आयोजित निशुल्क पंचकर्म शिविर का शनिवार को समापन हो गया। 14वें पंचकर्म शिविर के अंतिम दिन नर्सिंगकर्मियों एवं सहायक कर्मचारियों को सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर आयुर्वेद विभाग के उपनिदेशक डॉ पप्पू लाल मीणा, सहायक निदेशक डॉ भूपेन्द्र शर्मा एवं सहायक निदेशक डॉ राजीव भट्ट, स्थानीय पार्षद डॉ शिल्पा पामेचा आदि उपस्थित रहे।

उप निदेशक ने औषधालय की व्यवस्थाओं को सराहा

उपनिदेशक आयुर्वेद विभाग उदयपुर डॉ पप्पू लाल मीणा  ने राजकीय आदर्श आयुर्वेद औषधालय सिन्धी बाजार में मरीजों को उपलब्ध कराई जा रही विभिन्न प्रकार की सेवाओं के लिए डॉ औदिच्य और स्टाफ के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि उदयपुर जिले में आयुर्वेद चिकित्सा को प्रोत्साहन देने के लिए अधिकाधिक प्रयास किए जाएंगे।

62 मरीजों को मिली विभिन्न बीमारियों से निजात

वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्साधिकारी एवं प्रभारी डॉ शोभालाल औदिच्य ने बताया कि आगे भी निरन्तर पंचकर्म शिविरों का आयोजन कर आमजन तक आयुर्वेद का लाभ इस औषधालय के माध्यम से दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि शिविर में 75  रोगियों का पंजीयन किया गया था जिसमें से 62 रोगियों का इलाज किया गया। इन मरीजों को विभिन्न बीमारियों जैसे सर्वाइकल स्पोंडीलायटिस, सायटिका, जोड़ो का दर्द, कमर दर्द, घुटनों का दर्द, फ्रोजन शोल्डर, अवस्कुलर नेक्रोसीस (एवीएन) सी पी का उपचार दिया गया। इसके साथ ही अगले शिविर के पंजीयन औषधालय समय में  शुरू कर दिए गए है।

उत्कृष्ट कार्य करने वालों का किया सम्मान

पंचकर्म शिविर के अंतिम दिन समापन के अवसर पर उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्टाफ को सम्मानित भी किया गया। इस कड़ी में डॉ प्रियंका शर्मा, डॉ आकाश जैन, अमृतलाल परमार, वरिष्ठ आयुर्वेद कंपाउंडर रूपलाल मीणा, वरिष्ठ आयुर्वेद कंपाउंडर इंदिरा डामोर, नर्स कंचन कुमार डामोर, कंपाउंडर रीना मेघवाल, नर्स तारा चौबीसा, नर्स नीलम लक्षकार,चद्रेश परमार, कंपाउंडर कन्हैयालाल नागदा, कंपाउंडर चंद्रकला आर्य, नर्स गरिमा मीना मसाजर, डॉ आकाश जैन प्राकृतिक चिकित्सक, गजेन्द्रकुमार आमेटा, निर्भय सिंह भाटी परिचारक को उनकी सेवाओं के लिए सम्मानित किया गया।