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हेल्दी लीवर अभियान के तहत हेपेटाइटिस की हो रही स्क्रीनिंग

हाई रिस्क ग्रुप को विशेष रूप से किया जा रहा लक्षित 

 

उदयपुर 21 जुलाई 2022 आमजन को निरोगी एवम् स्वस्थ रखने हेतु राज्य सरकार की निरोगी राजस्थान की मंशा के तहत ज़िले में हेपेटाइटिस ए यानी पीलिया रोग से बचाव एवम् रोकथाम की जानकारी एवम हेपेटाइटिस के अन्य रूप की स्क्रीनिंग करने हेतु संचालित हेल्दी लिवर कैंपेन के अंतर्गत चिकित्सा एवम स्वास्थ्य विभाग की टीम एक और जहा विद्यालयों, ग्राम चौपालों में जाकर लोगो को स्वच्छ पेयजल एवम् साफ सफाई का महत्व, लीवर को स्वस्थ रखने के उपाय एवम् उचित खानपान के बारे में समझा रही है। वही दूसरी ओर जेल में बंद कैदियों, सेक्स वर्कर्स, गर्भवती माताओं जैसे हाई रिस्क ग्रुप को लक्षित कर उनकी स्क्रीनिंग एवम् जांच कर हेपेटाइटिस के रोगियों का पता लगा रही है ताकि समय पर उनका उपचार शुरू किया जा सके।
 

मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया की अभियान के तहत हाई रिस्क समूहों की स्क्रीनिंग के तहत हेपेटाइटिस रोगियो की पहचान हेतु जेलो में बंद कैदियों की स्क्रीनिंग एवम् टेस्ट किए जा रहे है। विभाग की टीम द्वारा जेलो में बंद कैदियों की जांच के साथ साथ उनको हेपेटाइटिस के बारे जानकारी एवम् काउंसलिंग भी की जा रही है। 
डॉ खराड़ी ने बताया की अभी तक जिले की सेंट्रल जेल एवम महिला जेल में बंद कैदियों की स्क्रीनिंग की गई है।  स्क्रीनिंग के दौरान यदि किसी में हेपेटाइटिस रोग के लक्षण पाए जाते है तो उन सभी का वायरल लोड की जांच करने हेतु ब्लड सैंपल लिया जाकर प्रयोगशाला भिजवाया जायेगा जहा प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार पॉजिटिव रोगियो का उपचार शुरू किया जाएगा। इसके अलावा जिले की एड्स कंट्रोल टीम द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में मजदूरों समूहों की भी हेपेटाइटिस रोग हेतु जांच की जा रही है।

डॉ खराड़ी ने कहा की गर्भावस्था के दौरान यही गर्भवती महिला हेपेटाइटिस रोग से संक्रमित है तो बच्चे के इस बीमारी से ग्रसित होने का खतरा बना रहता है। इसलिए जरुरी है की प्रत्येक गर्भवती महिला की एएनसी के दौरान हेपेटाइटिस की भी जांच हो जिससे नवजात शिशु को संक्रमण से बचाने के उपाय किए जा सके। इसके लिए विभाग प्रत्येक मंगलवार एवम् गुरुवार के दिन सभी राजकीय चिकित्सालयों में गर्भवती महिलाओ की हेपेटाइटिस रोग की जांच की जा रही है। वही अभियान के अंतर्गत नवजात शिशुओ को भी हेपेटाइटिस बी का टीका नियमित टीकाकरण के अंतर्गत जन्म के 24 घंटे के अंदर लगाया जा रहा है।