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मेवाड़ क्षत्रिय महासभा द्वारा महाराष्ट्र पुलिसकर्मियों का सम्मान

माता पिता से बिछड़ चुकी मेवाड़ की क्षत्रिय समाज की दो नन्ही बालिका को मुम्बई पुलिस द्वारा सकुशल उदयपुर लाया गया  
 

मुम्बई के पालघर रेलवे स्टेशन पर अपने माता पिता से बिछड़ चुकी मेवाड़ की क्षत्रिय समाज की दो नन्ही बालिका जो कि मुम्बई पुलिस को मिली थी, मुम्बई पुलिस द्वारा काफी प्रयास से भी जब इनके माता पिता का पता नही लगाया जा सका तब मेवाड क्षत्रिय महासभा, उदयपुर शहर कार्यकारिणी के प्रयासों से समाज की बच्चियो कोमल और शीतल चुंडावत को अक्टूबर 2020 में उदयपुर लाया गया था। 

इस प्रक्रिया में पालघर, महाराष्ट्र रेलवे पुलिस की पूजा मेहर, योगिता वाईकर, सुभाष डी राजन के सहयोग, सेवा से बढ़कर मानवता की उत्कृष्ठ मिसाल बने। विशेषतर पूजा मेहर ने इन बच्चियों के प्रति बड़ी बहन और मां समान व्यवहार रखा और अपनी कर्तव्य परायणता का पालन करते हुए उदयपुर पुलिस विभाग से संपर्क और बाद में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा से संवाद कर इन बच्चियों की हर वांछित मदद की व मेवाड़ क्षत्रिय महासभा व बाल कल्याण समिति उदयपुर के सहयोग से  एक वर्ष पूर्व उदयपुर में समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित छात्रावास में इनका प्रवेश दिलाया। 

इतना ही नही एक वर्ष बाद आज मुम्बई पुलिस के यह तीनो पुलिस कर्मचारी पूजा मेहर, योगिता वाईकर, सुभाष डी राजन इन बच्चियों का हाल चाल जानने पुनः उदयपुर आकर इन्होंने मानवता का सच्चा परिचय दिया। 

आज मेवाड़ क्षत्रिय महासभा संस्थान द्वारा, क्षत्रिय विकास संस्थान सेक्टर 13 भवन में जिलाध्यक्ष, बाल विकास समिति ध्रुवकुमार कविया और डा केशर सिंह सारंगदेवोत क्षत्रिय महासभा शहर अध्यक्ष चंद्रवीर सिंह करेलिया, जिला प्रतिनिधि भवानी प्रताप सिंह ताणा, महेंद्रनाथ चौहान व महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती हंसाजी पुरावत के आतिथ्य में इन पुलिस कर्मियों को उपरना, शाल और मोमेंटो देकर सम्मान किया गया। इसके साथ ही कोमल और शीतल चूंडावत जो महिला मंडल बालिका गृह में अध्यनरत है, को उनकी विद्यालय खेल कूद प्रतियोगिता में जितने पर पुरस्कृत किया गया।

इस कार्यक्रम के उपरांत पूजा मेहर ने धन्यवाद ज्ञापित कर मेवाड़ की सभ्यता, संस्कृति और पुराने इतिहास आदि अपने अनुभव को बताते हुए कहा कि वे मेवाड़ की इस मिट्टी की खुशबू को महाराष्ट्र जाकर सबको बताएंगी। उन्होंने कहा कि जब मुझे बालिकाओं के सरनेम चूंडावत का पता चला तो मुझे किसी ने बताया कि ये सरनेम तो महाराणा प्रताप की धरती मेवाड़ पर महाराणा प्रताप व वीर शिवाजी महाराज के पूर्वजों की एक शाखा है चूंडावत उन्ही में होता है। तब दिल मे इच्छा भी हुई कि जिस धरती से शिवाजी महाराज का जुड़ाव रहा उस धरती की उनके वंश की इन नन्ही बालिकाओं की मुझे हर हाल में सहायता करनी है उन्हें सुरक्षित उनके अपनो के हाथ पंहुचाना है। प्रयास खूब किया लेकिन उनके परिजनों तक तो नही पहुंच पाई लेकिन आज गर्व है कि इन्हें इनके समाज के बंधुओ तक पहुंचा पाई। तीनो पुलिस कर्मियों ने मेवाड़ की इस अनुभूति को कभी न भूलने वाला बताया।

मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के चंद्रवीर सिंह करेलिया व भवानी प्रताप सिंह ताणा ने इन पुलिस कर्मियों को आश्वाशन दिया कि आप निश्चिन्त रहे अब ये बालिकाएं समाज की इस संस्थान की जिम्मेदारी है इनके उज्ज्वल भविष्य के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे। इस अवसर पर मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के महेंद्र सिंहजी पाखंड व डॉ श्रीमती अमी राठौड़ ने भी विचार व्यक्त करते हुवे बालिका उत्थान में मेवाड़ क्षत्रिय महासभा के प्रयासों व योजनाओं पर प्रकाश डाला ।

कार्यक्रम का संचालन मेवाड़ क्षत्रिय महासभा उदयपुर शहर संगठन मंत्री जितेंद्र सिंह मायदा ने किया व धन्यवाद राम सिंह खेड़ा ने ज्ञापित किया ।