निक्षय पोषण दिवस पर टीबी मरीजों को किया पोषण वितरण
टीबी क्लीनिक हाथीपोल पर मनाया गया निक्षय दिवस
क्षय रोगियो के उपचार के दौरान पोषण की जरूरतों को पूरा करने को लेकर शुरू किए गए निःक्षय पोषण दिवस का आयोजन आज संपूर्ण जिले में मनाया गया। टीबी क्लीनिक हाथीपोल पर मनाए गए इस दिवस पर डीटीओ डॉ अंशुल मट्ठा, चिकित्सा अधिकारी डॉ आशुतोष सिंघल, डीआरटीबी कॉर्डिनेटर दिनेश चोबिसा एवम् एसटीएस अनूप खंडेलवाल ने क्षय रोगियो को फल एवम् पोषण युक्त आहार वितरित कर उपचार अवधि के दौरान इसका महत्व समझाया।
मुख्य चिकित्सा एवम स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने बताया की टीबी के उपचार के दौरान मरीज को यदि सही खुराक एवम् उचित भोजन अत्यंत आवश्यक है। रोगी अगर इस दौरान प्रोटीन एवम् विटामिन बी युक्त आहार का सेवन करता है तो इससे दवाइयों का असर तो ज्यादा होता ही है साथ ही साइड इफेक्ट्स कम होने से रोगी को स्वास्थ्य लाभ भी जल्दी मिलता है। टीबी रोग में पोषण की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए जिले में प्रत्येक माह के द्वितीय मंगलवार को निक्षय दिवस मनाया जा रहा है । जिसमें क्षय रोगियों को दवाई एवम् इलाज के बारे में समझाया जाता है साथ ही उन्हें उपचार के दौरान आ रही समस्याओं को सुन कर निस्तारण किया जाता है।
इस दौरान रोगी को निक्षय पोषण योजना के तहत मिलने वाले 500 रुपए प्रतिमाह के बारे में भी विस्तार से समझाया जाता है ताकी रोगी उपचार के दौरान अपनी पोषण जरूरतों को पूरा कर सके।
निक्षय संबल योजना में सहस्र नारी संस्थान ने 60 क्षय रोगियो को लिया गोद
टीबी रोगियों की पोषण जरूरतों को पूरा करने के लिए अब दान दाता भी आगे आकर सहयोग कर रहे है। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ अंशुल मट्ठा ने बताया की निक्षय पोषण दिवस के अवसर पर आज स्वयं सेवी संस्था सहस्र नारी संस्थान ने निःक्षय सबल योजना के तहत 60 टीबी रोगियों को गोद लिया है जो अगले 6 माह तक इन रोगियों को प्रतिमाह आटा, चावल, बाजरा, मूंगफली, दाल एवम् खाद्य तेल सहित पोषण युक्त आहार उपलब्ध कराएंगे। डॉ मट्ठा ने सभी कॉरपोरेट्स/स्वयंसेवी संस्थाओं/ दानदाताओं से टीबी रोग को जड़ से खत्म करने के लिए निक्षय सबल योजना से जुड़ने की अपील की।