{"vars":{"id": "74416:2859"}}

भागवत कथा वाचक हरिराय बावाश्री पहुंचे उदयपुर

वैश्य महासम्मेलन द्वारा 25 से 31 दिसंबर तक आयोजित होने वाली श्रीमद भागवत कथा के कथा वाचक बडौदा कामवन के हरिराय बावा श्री गुरुवार देर रात सडक मार्ग से उदयपुर पहुंचे। इस दौरान बावा श्री ने महाराणा प्रताप की वीरता, पन्नाधाय के बलिदान की इस मेवाड़ भूमि को नमन करते हुए कहा कि धर्म की इस नगरी में कथा वाचन करना उनके लिए एक अत्यंत सुखद अनुभव होगा। बावा श्री ने कहा कि उदयपुर सहित आस पास के सभी धर्म प्रेमियों को धर्म के इस महाकुम्भ में जरूर आना चाहिए। महासम्मेलन के अध्यक्ष अनिल नाहर ने बताया कि महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने धानमण्डी सहित आस - पास के क्षैत्रों मे धर्म प्रेमियों को कथा मे आने के लिए निमंत्रण पत्र दिये और साथ ही भक्तों को ज्यादा से ज्यादा संख्या मे भागवत कथा मे आने का न्यौता दिया। 

 
  वैश्य महासम्मेलन द्वारा 25 से 31 दिसंबर तक आयोजित होने वाली श्रीमद भागवत कथा के कथा वाचक बडौदा कामवन के हरिराय बावा श्री गुरुवार देर रात सडक मार्ग से उदयपुर पहुंचे।
बावा श्री के उदयपुर आगमन पर महासम्मेलन के अध्यक्ष अनिल नाहर, कोषाध्यक्ष प्रकाश चेचाणी, पंकज तोषनीवाल, मधु गुप्ता भागवत कथा के संयोजक जानकीलाल मुन्दडा, सुभाष खण्डेलवाल, राजेश मेहता, जयन्तीलाल पारख, रमण भाई, नरेन्द्र अग्रवाल, विनय झूंझूनवाला, मनीश पारख, लोकेष पारख, राजेश शर्मा, रतन मोहता एवं सदस्यों ने पारस चौराहे पर ढोल नगाडों के साथ द्वारा फूल मालाओ व पुष्प वर्षा से भव्य स्वागत किया गया।
इस दौरान बावा श्री ने महाराणा प्रताप की वीरता, पन्नाधाय के बलिदान की इस मेवाड़ भूमि को नमन करते हुए कहा कि धर्म की इस नगरी में कथा वाचन करना उनके लिए एक अत्यंत सुखद अनुभव होगा। बावा श्री ने कहा कि उदयपुर सहित आस पास के सभी धर्म प्रेमियों को धर्म के इस महाकुम्भ में जरूर आना चाहिए।
धर्म प्रेमियों को दिये निमंत्रण
महासम्मेलन के अध्यक्ष अनिल नाहर ने बताया कि महासम्मेलन के पदाधिकारियों ने धानमण्डी सहित आस – पास के क्षैत्रों मे धर्म प्रेमियों को कथा मे आने के लिए निमंत्रण पत्र दिये और साथ ही भक्तों को ज्यादा से ज्यादा संख्या मे भागवत कथा मे आने का न्यौता दिया।