सुखलेचा परिवार के 9वें सदस्य रेखा सुखलेचा का देहदान
उदयपुर 14 मई 2024। सुखलेचा परिवार के सदस्य डॉक्टर विंग कमांडर पुखराज सुखलेचा की धर्मपत्नी श्रीमती रेखा सुखलेचा का 12 मई 2004 को स्वर्गवास हो गया। इनके एवं परिवारजन के इच्छा अनुसार उनका आरएनटी मेडिकल कालेज उदयपुर में 14 मई को देहदान किया गया।
सुखलेचा परिवार का यह नौवां देहदान है। देहदान से पूर्व श्रीमती रेखा सुखलेचा की मोक्ष रथ में देहदान यात्रा निकाली गई जो उनके निवास स्थान 701 स्वास्तिक हाइट्स न्यू आरटीओ उदयपुर से आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर पहुंची, जिसमें सैकड़ो समाज के लोग शामिल हुए। यहां पहुंचने के बाद सैकड़ो समाज जनों की उपस्थिति में आरएनटी मेडिकल कॉलेज में आवश्यक कार्यवाही करने के बाद परिजनों की उपस्थिति में उनका देहदान किया गया।
सुखलेचा परिवार की ओर से चलाए जा रहे लच्छीराम हंजाबाई सुखलेचा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वाधान में अभी तक सुखलेचा परिवार द्वारा 9वां देहदान एवं ट्रस्ट का 31वां देहदान एवं करीब से 350 से भी अधिक देहदान संकल्प पत्र आएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर एवं बंगलुरु में भरवाए गए हैं।
स्वर्गीय श्रीमती रेखा सुखलेचा, उनके पति डॉक्टर विंग कमांडर पुखराज सुखलेचा, ससुर एवं सास लच्छीराम जी सुखलेचा एवं हंजाबाई सुखलेचा दोनों ने 2010 एवं 2023 में देहदान किया था। इसी प्रकार उनके पिताजी मोहनलाल जी कोठारी एवं माता जी कोयल बाई कोठारी ने भी देहदान किया था।
श्रीमती रेखा के एक पुत्र डॉक्टर चारु सुखलेचा का जो लंदन में है एवं उनकी पत्नि इंजीनियर वीनू सुखलेचा एवं उनकी एक पुत्री डॉक्टर रेनू कोठारी एवं दामाद सुनील कोठारी है इनके एक पौत्र एक पौत्री एवं एक दोहित्र एक जेठ एवं चार देवर एवं कुल 100 से अधिक परिवारजन का भरा पूरा परिवार है।
श्रीमती रेखा सुखलेचा के 14 मई, 2010 के देहदान संकल्प एवं इच्छा अनुसार उनके पति डॉक्टर पुखराज उनके पुत्र डॉक्टर चारु सुखलेचा पुत्री रेनू एवं दामाद सुनील जी कोठारी एवं परिवार वालों ने इस विकट स्थिति में संयम न खोकर व्यथित एवं आहत होने पर भी अपने परिवार एवं रेखा जी के संकल्प एवं अंतिम इच्छा को ध्यान में रखकर श्रीमती रेखा सुखलेचा का 12 मई 2024 मातृ दिवस को आई बैंक सोसाइटी उदयपुर में नेत्रदान करवाया एवं पार्थिव देह का आरएनटी मेडिकल कॉलेज उदयपुर में 14 मई को देहदान किया।
श्रीमती रेखा का जन्म कानोड़ में पिता स्वर्गीय श्री मोहनलाल जी कोठारी एवं स्वर्गीय कोयल बाई कोठारी के घर हुआ। वह एक मिलनसार सरल सादगीपूर्ण सद्भावी महिला थी । साथ ही धार्मिक, शैक्षणिक, सामाजिक क्षेत्र में विकास में अनवरत प्रयासरत रही है।
इसी परिवार की संस्था लच्छीराम हंजाबाई सुखलेचा चैरिटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आज दिन तक 31 देहदान हो चुके है।इस परिवार के 9 देहदान हो चुके हैं। इसी तरह इस ट्रस्ट के सचिव गौतम सुखलेचा ने अभी तक कुल 350 से अधिक देहदान के संकल्प पत्र भरवाएं हैं। इसी सुखलेचा परिवार में 52 से अधिक सदस्यों ने देहदान संकल्प पत्र भरा हुआ है।