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बी.पी.टी. अन्तिम वर्ष के विद्यार्थियों को ससम्मान विदा किया

‘आज छात्र आत्म केन्द्रीत न होकर समाज और देश के प्रति समर्पित भाव से सेवा करे जो संस्कार, शिक्षा उन्होंनें प्राप्त की उसके समाज के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान निभाएं। शिक्षा, आदर्श, समाज, समाज के पुनर्गठन के लिए तथा प्रगति सुनिश्चित करने के लिए आधारभूत आवश्यकताएं है; यह शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य है।‘ - यह विचार राजस्थान विद्यापीठ के चांसलर प्रो. भवानी शंकर गर्ग ने शुक्रवार को फिजियोथैरेपी महाविद्यालय के छात्रों के विदाई समारोह बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।

 

‘आज छात्र आत्म केन्द्रीत न होकर समाज और देश के प्रति समर्पित भाव से सेवा करे जो संस्कार, शिक्षा उन्होंनें प्राप्त की उसके समाज के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण योगदान निभाएं। शिक्षा, आदर्श, समाज, समाज के पुनर्गठन के लिए तथा प्रगति सुनिश्चित करने के लिए आधारभूत आवश्यकताएं है; यह शिक्षा का वास्तविक उद्देश्य है।‘ – यह विचार राजस्थान विद्यापीठ के चांसलर प्रो. भवानी शंकर गर्ग ने शुक्रवार को फिजियोथैरेपी महाविद्यालय के छात्रों के विदाई समारोह बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए।

समारोह की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रो. एस.एस. सारंगदेवोत ने कहा कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य यह होना चाहिए कि परस्पर सहयोग करके समाज में उचित समन्वय स्थापित करे जिससे मनुष्य ऐसा समाज बनाता है जो प्रत्येक व्यक्ति तथा पुरे समाज के विकास के द्वार खोल देता है।

हमने छात्रों को ऐसी शिक्षा दी जो आधुनिक शिक्षा के साथ अपनी यशस्वी प्राचीन संस्कृति से अवगत कराकर उनमें उच्च नैतिक मूल्यों को उत्पन्न करें। विशिष्ठ अतिथि डॉ. प्रकाश शर्मा, रजिस्ट्रार थे। कार्यक्रम के प्रारम्भ में उद्बोधन डॉ. शैलेन्द्र मेहता ने दिया। धन्यवाद डॉ. सत्यभूषण ने ज्ञापित किया।

नवीन प्रवेशित छात्रों ने विदा होने वाले छात्रों को तिलक लगाकर, मोलि बांधकर तथा प्रतिक चिन्ह देकर विदाई दी। डॉ. विनोद नायर, हरीश राजोरा, डॉ. सुनीता खौण्ड सहित कार्यकर्ता उपस्थित थे।