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निराश्रित बच्चो की सूचना पर बाल आयोग सदस्य पहुंचे सराड़ा

अनाथ बच्चो की सूचना पर जिला प्रशासन तुरन्त दे सहायता- डां. पण्ड्या

 

जिले के जनजाति क्षेत्र में निराश्रित बच्चो से मिलने पहुंचे आयोग सदस्य डां. पण्ड्या, 4 बच्चो को तुरन्त आश्रय के जारी किए आदेश

उदयपुर 17 जून 2021। कोरोना महामारी के चलते निराश्रित हुए एवं बेसहारा बच्चो को तुरन्त सहायता देना सरकार की पहली प्राथमिकता है। किसी भी जिले में इस तरह की सूचना प्राप्त होने पर जिला प्रशासन एवं बाल कल्याण समिति तुरन्त कार्यवाही करें, उक्त विचार राजस्थान राज्य बाल संरक्षण आयोग राजस्थान सरकार के सदस्य डां. शैलेन्द्र पण्ड्या ने जिले के जनजाति बाहुल्य सराड़ा पंचायत समिति के नठारा ग्राम पंचायत के कउजा गांव में निराश्रित एवं बेसहारा बच्चो से मिलने के पश्चात विजिट में साथ रहे जिला प्रशासन एवं उपखण्ड स्तर के विभिन्न अधिकारीयों से कहे।

डां. पण्ड्या आज सूचना मिलते ही सराड़ा पंचायत समिति के नठारा पहुँचकर 2 किमी. पैदल चल पहाड़ी पर स्थित झोपड़ी में अकेले रहकर अपना जीवन यापन कर रहे निराश्रित बच्चो से मिलने पहुंचे। परिवार के मुखिया बंशीलाल मीणा का 48 वर्ष की उम्र में 6 वर्ष पहले ही निधन हो चुका था एवं बच्चो की मां पति के निधन के एक वर्ष पश्चात् ही बच्चो को अकेला छोड़ नाते चली गई। रिश्तेदारों ने भी बच्चो की सुध नही ली तब से चार बच्चे लाली मीणा (उम्र 13 वर्ष), रमेश मीणा (उम्र 12 वर्ष), सुरेश मीणा (उम्र 10 वर्ष) एवं राधा मीणा (उम्र 8 वर्ष) {नाम परिवर्तित} अकेले रहकर जीवन यापन करने को मजबूर हो गए।

कल देर रात 16 जून को गांव के स्थानीय यूवा द्वारा आयोग सदस्य से सम्पर्क कर बच्चो की दयनीय स्थिति से जब अवगत करवाया गया तो आयोग सदस्य डां. पण्ड्या तुरन्त आज सुबह मौके पर पहुंचे। विजिट के दौरान साथ रहे बाल कल्याण समिति उदयपुर के अध्यक्ष ध्रुव कुमार कवीया एवं सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग मीना शर्मा ने बच्चो को उदयपुर स्थित आश्रय गृह में भिजवाने हेतु कार्यवाही करवाते हुए स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों से अपील कि कोई भी बच्चे असहाय मिलने पर चाइल्ड हेल्प लाइन 1098 पर या पुलिस कन्ट्रोल रूम को सूचित करें।

बाल आयोग सदस्य के गांव में आने पर पंचायत के अधिकारी सहित सराड़ा पुलिस थाना प्रभारी अनील विश्नोई, बीट प्रभारी मंगल सिंह, पूर्व सरपंच नढारा फूलशंकर मीणा एवं सरपंच तोला देवी सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि पहुंचे।

बालश्रम से रेस्क्यू हुए बच्चों से मिलने पहुंचे:-

सराड़ा से उदयपुर पहुँच कर आयोग सदस्य एवं टीम ने हाल ही में बालश्रम के रेस्क्यू हुए 13 बालश्रमिको से तीतरड़ी स्थित श्री आसरा विकास संस्थान के आश्रय गृह में चर्चा की। सभी बच्चो ने अपनी रूची आगे पढ़ने एवं किसी व्यवसायिक कोर्स को सीखने में आयोग सदस्य द्वारा समझाईश करने पर व्यक्त की। आयोग सदस्य डां. पण्ड्या ने आश्रय गृह अधीक्षक एवं बाल कल्याण समिति को सामूहिक रूप से इस हेतु योजना बनाकर बच्चो को जोड़ने के निर्देश दिए एवं आयोग को सात दिवस में प्रगति भेजने को कहां।