तीसरी लहर को लेकर सी.एम.एच.ओ ने किया स्वास्थ्य केंद्रो का निरीक्षण
कोविड की संभावित तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए चिकित्सा विभाग जमीनी स्तर पर व्यवस्थाओं को पुख्ता करने में जुट गया है। ग्रामीण क्षत्रों में स्थित सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर की गई तैयारियों का जायजा लेने आज मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ दिनेश खराड़ी ने दौरा करते हुये सीएचसी झाड़ोल, सीएचसी फलासिया, पीएचसी सोम, सीएचसी बावलवाड़ा, पीएचसी सुलई एवं सीएचसी खेरवाड़ा का दौरा कर वहाँ की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। दौरे में डब्ल्यूएचओ से एसएमओ डॉ अक्षय व्यास भी साथ रहे।
निरिक्षण के दौरान सीएमएचओ डॉ खराड़ी ने सीएचसी प्रभारियों को निर्देशित किया कि तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चिकित्सकीय उपकरणों एवं आवश्यक दवाइयों सहित सभी व्यस्थाए चाक चौबंद रखे साथ ही प्रतिदिन ओपीडी में आने वाले आईअलआई के मरीजो की रेपिड एंटीजन किट से जाँच करे एवं फील्ड में भी रेंडम सैंपलिंग को बढ़ाये जिससे संक्रमण की वास्तविक स्थिति के बारे में जानकारी रहे।
जल्द स्थापित हो ऑक्सीजन प्लांट
दौरे के दौरान डॉ खराड़ी ने राज्य सरकार द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर स्थापित किये जा रहे ऑक्सीजन प्लांट की प्रगति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने सीएचसी झाड़ोल में ऑक्सीजन प्लांट एवं बावलवाड़ा में नवीन सीएचसी निर्माण के लिए ज़मीन के चिन्हीकरण में आ रही समस्याओ हेतु मोके पर ही कार्यकारी अभियंता (एनएचएम) को बुलाकर इसके बारे में जानकारी ली एवं जमीन चिन्हित करने हेतु दिशानिर्देश प्रदान कर जल्द निर्माण कार्य प्रारम्भ करने हेतु निर्देशित किया।
टीकाकरण में लाये तेजी
डॉ खराड़ी ने कोविड वैक्सीनेशन की समीक्षा करते हुये कहा कि तीसरी लहर आये उससे पहले हमें संपूर्ण टीकाकरण का लक्ष्य हासिल करना है। आने वाले समय में टीके की उपलब्धता भरपूर रहेगी अतः ग्राम पंचायत स्तर पर टीकाकरण कैंप की कार्ययोजना बना अधिक से अधिक लोगो का टीकाकरण करे। उन्होंने खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारियो को उनके ब्लॉक में कम लक्ष्य अर्जित करने वाली ग्राम पंचायतों की सूची बना उन पर विशेष ध्यान दे टीकाकरण बढ़ाने हेतु भी निर्देशित किया।
मोसमी बीमारियों की समीक्षा
दोरे के दौरान डॉ खराड़ी ने चिकित्सा अधिकारियो से कहा कि हमें कोविड के साथ साथ नॉन कोविड एक्टिविटी भी जारी रखनी है। अभी बरसात के दिनों में डेंगू, मलेरिया जैसी मोसमी बीमारियों के बढ़ने की सम्भावना रहती है अतः पानी भराव वाली जगहों पर एंटी लार्वल एक्टिविटी, एम एल ओ का छिड़काव इत्यादि गतिविधियां जारी रखे। साथ ही बच्चो के नियमित टीकाकरण एवं गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व होने वाली सभी जाँचो को प्राथमिकता ता से पूर्ण किया जाये।