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दारुल-मुतलअतुल-बुरहानिया मनाएगी हीरक जयंती

सुधारवादी बोहरा यूथ की संस्था दारुल-मुतलअतुल-बुरहानिया द्वारा 9 मार्च शनिवार को अपनी स्थापना के 75 वे साल यानि स्वर्ण जयंती मनाई जाएगी।  संस्था के मानद सचिव याक़ूब ज़हीर ने बताया कि आज़ादी के पूर्व शहर में स्थापित इस प्राचीनतम पुस्तकालय की स्थापना वर्ष 1942 में बोहरा समुदाय के कुछ जागरूक लोगों द्वारा बोहरा समुदाय में आधुनिक और प्रगतिशील शिक्षा के प्रचार - प्रसार के लिए की गयी थी।

 

Burhani Library

सुधारवादी बोहरा यूथ की संस्था दारुल-मुतलअतुल-बुरहानिया द्वारा 9 मार्च शनिवार को अपनी स्थापना के 75 वे साल यानि हीरक जयंती मनाई जाएगी।  संस्था के मानद सचिव याक़ूब ज़हीर ने बताया कि आज़ादी के पूर्व शहर में स्थापित इस प्राचीनतम पुस्तकालय की स्थापना वर्ष 1942 में बोहरा समुदाय के कुछ जागरूक लोगों द्वारा बोहरा समुदाय में आधुनिक और प्रगतिशील शिक्षा के प्रचार – प्रसार के लिए की गयी थी।

शहर के मध्य हाथीपोल थाने के पास एक निजी भवन में संचालित इस पुस्तकालय में वर्तमान में उर्दू, हिंदी, अंग्रेज़ी और फ़ारसी भाषा का दस हज़ार से अधिक प्राचीन और दुर्लभ साहित्य सुरक्षित और संरक्षित है। उन्होंने बताया कि इस पुस्तकालय से कई शोधार्थियों को भी अपने विभिन्न शोध कार्यों में बहुत मदद मिली है।

दारुल-मुतलअतुल-बुरहानिया के अपने पुस्तकालय के अलावा पास ही में वाचनालय भी है, जहाँ अभी भी प्रति दिन सायंकाल बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक यहाँ आ कर पठन-पाठन करते है।

उन्होंने बताया कि इस प्राचीनतम पुस्तकालय का स्वर्ण जयंती समारोह शनिवार को बोहरवाड़ी स्थित बोहरा यूथ कम्युनिटी हॉल में सायंकाल 7.30 बजे आयोजित किया जा रहा है जिसमें मुख्य आकर्षण प्रख्यात ग़ज़ल गायक डॉ. प्रेम भंडारी का ग़ज़ल गायन होगा। समारोह की अध्यक्षता विद्या भवन सोसाइटी के अध्यक्ष अजय मेहता करेंगे जबकि समारोह के विशिष्ठ अतिथि जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी दिल्ली के पूर्व कुलपति प्रो. मुहम्मद शफी अगवानी होंगे।