अन्तर्राष्ट्रीय एशिया-पेसिफिक कार्यशाला में डाॅ. विनोद मेहता पुरस्कृत
चीन के मकाऊ (एस.ए.आर.) में सम्पन्न दस दिवसीय 15वीं अन्तर्राष्ट्रीय एशिया-पेसिफिक न्यूरोलोजी स्कूल एवं कार्यशाला में गीतांजली मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल, उदयपुर के सहायक आचार्य, न्यूरोलोजी विभाग डाॅ. विनोद मेहता को मिर्गी व लकवा के कारण और प्रभाव में जटिलताओं का पता लगाने के तरीकों और आधुनिक दवाओं से सफल उपचार पर व्याख्यान को पुरस्कृत कर सम्मानित किया।
चीन के मकाऊ (एस.ए.आर.) में सम्पन्न दस दिवसीय 15वीं अन्तर्राष्ट्रीय एशिया-पेसिफिक न्यूरोलोजी स्कूल एवं कार्यशाला में गीतांजली मेडिकल काॅलेज एवं हाॅस्पिटल, उदयपुर के सहायक आचार्य, न्यूरोलोजी विभाग डाॅ. विनोद मेहता को मिर्गी व लकवा के कारण और प्रभाव में जटिलताओं का पता लगाने के तरीकों और आधुनिक दवाओं से सफल उपचार पर व्याख्यान को पुरस्कृत कर सम्मानित किया।
इस कार्यशाला में आॅस्ट्रेलिया, मलेशिया, इटली, जापान, जर्मनी, सिंगापुर और चीन से विषय विशेषज्ञों ने दिलचस्पी दिखाई और डाॅ. मेहता से इस विषय पर काफी विचार विमर्श किया।
गीतांजली हाॅस्पिटल में सीईओ डाॅ. किशोर पुजारी ने बताया कि डाॅ. मेहता राजस्थान राज्य से चयनित होने वाले एकमात्र न्यूरोलोजिस्ट थे। गीतांजली के डीन प्रोफेसर डाॅ. एफ.एस. मेहता ने डाॅ. मेहता का अभिनन्दन किया और बताया कि इससे पूर्व में भी डाॅ. मेहता अन्तर्राष्ट्रीय मिर्गी रोकथाम संगठन (आईएलएई) से बरसरी आवार्ड प्राप्त कर सम्मानित हो चुके हैं।
सम्पूर्ण भारत से इस अवार्ड में चयनित तीन न्यूरोलोजिस्ट में से डाॅ. मेहता एक थे। यहां उन्होंने मिर्गी की दवाईयों-एन्टीएपीलप्टीक ड्रग्स के प्रभाव व दुष्प्रभाव पर व्याख्यान दिया था।