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पुरस्कार समारोह में पर्यावरणीय कर्मवीरों का हुआ सम्मान

सेवा मंदिर : उम्मेदमल लोढ़ा सम्मान समारोह
 
पर्यावरणीय संरक्षण एवं संवर्धन ही समाज निर्माण का मूल आधार - लक्ष्मणसिंह

उदयपुर 12 फरवरी 2020। प्रसिद्ध पर्यावरणविद् एवं समाजसेवी लक्ष्मणसिंह ने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण एवं संवद्र्वन करके ही हम समाज का निर्माण कर सकते है। और जब समाज बनेगा तभी देश बनेगा। वन, जल, खेती, पशुपालन, परिवार, गांव, समाज और देश के प्रति हमे अपने कर्तव्य को समझना होगा। प्रकृति से हम लेते है तो प्रकृति को देने का दायित्व भी हमारा है इसे नकारा नही जा सकता। 

वे आज सेवामन्दिर एवं उम्मेदमल लोढ़ा मेमोरियल ट्रस्ट के साझे में आयोजित 21 वें उम्मेदमल लोढ़ा पर्यावरण पुरस्कार एवं व्याख्यानमाला में बतौर मुख्य वक्ता बोल रहे थे। उन्होेंने आगे कहा कि गांव के विकास के काम केवल सरकार का ही नही है वरन हम भी गांव और समाज के प्रति उत्तरदायी है। समारोह में उन्होंने ग्राम नवयुवक मंडल लापोडिया द्वारा जमीनी स्तर पर किये जा रहे जल संरक्षण कार्यो को बताया। 

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्याभवन के अध्यक्ष अजयसिंह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए जो संघर्ष ग्रामवासी कर रहे है यह संघर्ष ही उनकी असली समाज सेवा है यही गांधी जी के ग्राम स्वराज की कल्पना रही है। समारोह में ट्रस्ट के अध्यक्ष हेमराज भाटी ने उम्मेदमल लोढ़ा मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा किये जा रहे कार्यो को विस्तार से बताया। 

प्रारंभ में सेवामन्दिर के मुख्य संचालक रोनक षाह ने मुख्य वक्ता का परिचय देते हुए कहा कि लक्ष्मणसिंह जी के नेतृत्व में ग्राम नवयुवक मंडल लापोडिया द्वारा जल संरक्षण की दिषा में किये गये कार्य मील के पत्थर है। 

सम्मान समारोह में पर्यावरण के क्षेत्र में उल्लेखनीय एवं प्रेरणास्पद कार्य के लिए ग्राम समुह हमेरपाल (कुम्भलगढ़) एवं ग्राम वन सुरक्षा एवं प्रबंधन समिती भेई को ग्राम समुह प्रवर्ग में पुुरस्कृत किया गया जबकि पर्यावरण के क्षेत्र में अपना उल्लेखनीय योगदान वाले पर्यावरणीय कर्मवीर धीराराम कपाया, देवीलाल डुंगरी, श्रीमती भूरकी बाई एवं वीरेन्द्र सिंह चैहान को व्यक्तिगत प्रवर्ग में पुरस्कृत एवं सम्मानित किया गया। वहीं गरीब मेद्यावी छात्रा को शिक्षा के क्षेत्र में दिया जाने वाला साॅयर कॅवर लोढ़ा छात्रवृति पुरस्कार गिर्वा की सुश्री एफ्ला कुमारी को प्रदान किया गया। 

समारोह में झाडोल तहसील के 17 गांवों को मिले सामुहिक वन अधिकार पट्टो पर इन गांवों की ग्राम विकास कमेटियों एवं वन उत्थान संघ के सदस्यों का भी सम्मान किया गया। धन्यवाद् सभंव भंडारी ने ज्ञापित किया। कार्यक्रम में सेवामन्दिर के न्यासी मोहनसिंह कोठारी, सतीश लोढ़ा, निधि भंडारी, सुरभी मुणेत, एस.एन. भिस्से सहित करीब 100 गांवो के 400 ग्रामीण महिला-पुरूष उपस्थित थे।