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गीतांजलि के छात्रों ने बनाई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑटोमेटिक सेनीटाइजर डिस्पेंसर मशीन
 

गीतांजलि तकनीकी संस्थान के छात्रों ने बनाई आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऑटोमेटिक सेनीटाइजर डिस्पेंसर मशीन
 
 
इस मशीन की खास बात यह है कि 30 सेंटीमीटर की दूरी से ही ऑब्जेक्ट को सर्च करके 05 एम एल सैनिटाइजर प्रेशर के साथ स्प्रै कर देती है जिससे पूरा हाथ एक बार में सेनेटाइज़ हो जाता है। इस प्रकार मशीन को बिना टच किए सैनिटाइजेशन प्रक्रिया पूरी हो जाती है। इस मशीन का निर्माण इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग के प्राध्यापक लतीफ खान के निर्देशन में संस्थान के छात्रों द्वारा रिसर्च लैब में तैयार किया गया

गीतांजलि इंस्टीट्यूट आफ टेक्निकल स्टडीज डबोक उदयपुर के छात्रों ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ऑटोमेटिक सेनीटाइजर डिस्पेंसर मशीन का निर्माण किया है।

संस्थान के निदेशक डॉ विकास मिश्र ने बताया कि कोरोना काल के इस नाजुक दौर  में सुरक्षा ही ऐसा हथियार है जिससे हम कोरोना को मात दे सकते हैं। सुरक्षा को लेकर आपकी जिम्मेदारी और भी बढ़ जाती है जब आप अपने से हटकर दूसरों की सुरक्षा के बारे में सोचते हैं दूसरों की सुरक्षा की दृष्टि से ही इस सेंसर युक्त मशीन का निर्माण किया गया है। 

इस मशीन की खास बात यह है कि 30 सेंटीमीटर की दूरी से ही ऑब्जेक्ट को सर्च करके 05 एम एल सैनिटाइजर प्रेशर के साथ स्प्रै कर देती है जिससे पूरा हाथ एक बार में सेनेटाइज़ हो जाता है। इस प्रकार मशीन को बिना टच किए सैनिटाइजेशन प्रक्रिया पूरी हो जाती है। इस मशीन का निर्माण इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन विभाग के प्राध्यापक लतीफ खान के निर्देशन में संस्थान के छात्रों द्वारा रिसर्च लैब में तैयार किया गया।

गिट्स के फाइनेंस कंट्रोलर बीएल जांगिड़ ने के अनुसार छात्रों द्वारा बनाए गए यह मशीन इतनी सेंसेटिव एवं प्रायोगिक है कि गीतांजलि मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के सभी विभागों में यह मशीन लगाई गई है। मशीन निर्माण के अगले चरणों में फेस रिकॉग्निशन एवं थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था की भी की जाएगी जिससे इस मशीन की उपयोगिता और बढ़ाई जा सके।