पथरी की गंभीर बीमारी से झूझ रही महिला का गीतांजली हॉस्पिटल में हुआ सफल इलाज
डूंगरपुर निवासी 45 वर्षीय महिला रोगी का GMCH में हुआ सफल इलाज
गीतांजली मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल, उदयपुर का यूरोलॉजी विभाग सभी विश्वस्तरीय सुविधाओं से लेस है| यहाँ निरंतर रूप से जटिल से जटिल इलाज तथा ऑपरेशन कर रोगियों को नया जीवन दिया जा रहा है। यूरोलोजिस्ट डॉ. विश्वास बाहेती, डॉ. पंकज त्रिवेदी व उनकी टीम के अथक प्रयासों से डूंगरपुर निवासी रोगी किडनी की गंभीर का सफलतापूर्वक इलाज कर उसे नया जीवन प्रदान किया गया।
डॉ. विश्वास ने बताया कि डूंगरपुर की रहने वाली 45 वर्षीय रोगी बगल में दर्द व बुखार के चलते गीतांजली हॉस्पिटल आयी, उसको उसको भर्ती करके इन्फेक्शन पर नियंत्रण पाने के लिए एंटीबायोटिक इंजेक्शन दिए गए। रोगी की बढ़ी हुई ब्लड शुगर को एंडोक्राइनोलॉजिस्ट डॉ. ओंकार वाघ की मदद से कंट्रोल किया गया। रोगी के सी.टी. स्कैन की जाँच में पता लगा कि उसके बाईं किडनी की नली (मूत्रवाहिनी) में बड़े पत्थर थे, पत्थर का माप बड़ा होने के कारण रोगी की लेप्रोस्कोपिक सर्जरी करना संभव नही था ऐसे में रोगी के ओपन सर्जरी की योजना बनाई गयी। सर्जरी के दौरान पाया गया कि रोगी की मूत्रवाहिनी लगभग कई पथरी से भरी हुई थी सभी पत्थरों को बाहर निकाला गया। सारे पत्थरों का कुल माप लगभग 17 सेंटीमीटर था। रोगी की किडनी से पस आ रहा था, जिसे साफ़ कर मूत्रवाहिनी को डी.जे स्टंटटिंग के साथ बंद किया गया। ऑपरेशन के पश्चात रोगी अभी स्वस्थ है ऑपरेशन के 5 दिन उपरान्त उसे छुट्टी दी जा चुकी है।
रोगी ने बताया कि पिछले 3 साल से उसको पीड़ा हो रही थी और वह खर्चा उठाने में भी असमर्थ थी ऐसे में पता चला कि गीतांजली हॉस्पिटल में मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना के अंतर्गत रोगी का इलाज हुआ, वह अब बिलकुल स्वस्थ है एवं हॉस्पिटल द्वारा उसको छुट्टी दी जा चुकी है।
गीतांजली हॉस्पिटल पिछले 14 वर्षों से सतत रूप से हर प्रकार की उत्कृष्ट एवं विश्वस्तरीय चिकित्सा सुविधाएं एक ही छत के नीचे उपलब्ध करा रहा है एवं जरूरतमंदों को स्वास्थ्य सेवाएं देता आया है।