सैयदना साहब की सालगिरह के मौके पर भव्य जुलूस
शिया दाउदी बोहरा समाज के 52वे रुहानी पैशवा स्वर्गीय सैयदना मोहम्मद बुरहान
जुलूस में सबसे आगे एक उंट पर नक्कारा बजाया जा रहा था। उसके पीछे एक जीप में सैयदना साहब की शान में मदहे पढी जा रही थी जुलूस में मैस्टरो स्कूटर, मोटर साईकिलो पर सवार युवा बच्चे मेवाडी पगडी पहने हुए थे। जुलूस में समाज बुरहानी गार्ड इन्टरनेशनल का बैण्ड, फतहपुरा का खान्जी बैण्ड, सैयदी खान्जीपीर साहब का जमाली बैण्ड सैफी स्काउट बैण्ड सम्मिलित था। जुलूस में 35 घोडो पर नन्हे बच्चे बैठे हुए थे। सात बग्गियों में नन्हे बच्चे सैयदना साहब की शान में मदहे पढते हुए और नारे लगाते हुए चल रहे थे। सैफी सीनयिर सैकण्डरी स्कूल के नन्हे बच्चे चल रहे थे। जुलूस का नेतृत्व वाली मुल्ला शेख अब्बास भाई बुरहानी हाईपर कर रहे थे । उनके साथ मसाइख किराम समाज सचिव शेख सैफुद्दीन भालम वाला, शेख शब्बीर के.मुस्तफा आदि मसाइख किराम धार्मिक पगडी पहने चल रहे थे। उसके पीछे सैंकडो की संख्या में अकीदतमन्द चल रहे थे। जुलूस गांधी ग्राउएड से प्रारम्भ हुआ जो हाथीपोल स्वप्नलोक से अश्विनी बाजार होते हुए बोहरवाड़ी, बस्तीराम जी की बाडी, डा. जाकिर मार्ग होते हुए मोईयदपुरा मस्जिद में जाकर सम्पन्न हुआ। सम्पूर्णत जुलूस मार्ग में सडक के दोनो ओर पुरुषो व महिलाओं से खचाखच भरा हंआ था । चारो ओर सफेद वस्त्र धारण किये समाज के लोग हर्ष व्यक्त कर एक दूसरे को मीलाद की मुबारकबाद दे रहे थे।