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शहर के कायाकल्प को लेकर याद किया जाएगा गुप्ता का कार्यकाल

उदयपुर के निवर्तमान जिला कलक्टर रोहित गुप्ता का कार्यकाल शहर के कायाकल्प के लिए किए गए उनके प्रयासों तथा हाईप्रोफाइल आयोजनों को लेकर याद किया जाएगा। उनके दो साल के कार्यकाल में शहर के विकास के कई नए कार्य हुए वहीं पुराने कार्यों को पूर्ण करवाने का श्रेय भी उन्हे जाता है। उनके कार्यकाल में ही शहर का स्मार्ट सिटी योजना के तहत चयन हुआ जिसमें एक हजार करोड़ के प्रोजेक्ट स्वीकृत हुए वहीं झीलों को स्वच्छ रखने के लिए किए गए उनके प्रयासों को भी काफी सराहना मिली।

 

उदयपुर के निवर्तमान जिला कलक्टर रोहित गुप्ता का कार्यकाल शहर के कायाकल्प के लिए किए गए उनके प्रयासों तथा हाईप्रोफाइल आयोजनों को लेकर याद किया जाएगा। उनके दो साल के कार्यकाल में शहर के विकास के कई नए कार्य हुए वहीं पुराने कार्यों को पूर्ण करवाने का श्रेय भी उन्हे जाता है। उनके कार्यकाल में ही शहर का स्मार्ट सिटी योजना के तहत चयन हुआ जिसमें एक हजार करोड़ के प्रोजेक्ट स्वीकृत हुए वहीं झीलों को स्वच्छ रखने के लिए किए गए उनके प्रयासों को भी काफी सराहना मिली।

रिंग रोड व बेटी उद्यान प्रमुख उपलब्धि

गोवर्धन सागर तालाब की रिंग रोड गुप्ता के कार्यकाल की मुख्य उपलब्धियों में से एक है। रत्नागिरी पहाड़ी के कायाकल्प कर बेटी उद्यान विकसित कर आमजन को इस मुहिम में जोड़ना भी एक मुख्य कार्य रहा।

आयड़ प्रोजेक्ट व गुमानियावाला नाले का कायाकल्प

उनके कार्यकाल में 3 सौ करोड़ के आयड़ प्रोजेक्ट की स्वीकृति मिली तथा गुमानिया वाला नाले का कायाकल्प शुरु हुआ जिससे वेनिस जैसी कल्पना साकार होने की दिशा में शहर के कदम बढ़ते नजर आए।

पार्किंग सुविधा हुई सुदृढ़

शहर मे पार्किंग की सुविधा के लिए फतहसागर, एसआईईआरटी एवं गुलाब बाग में नई पार्किंग हेतु अन्य विभागों से स्वीकृति ली गई।

खेल, सड़क एवं तकनीकी सुविधाओं का विस्तार

खेलगांव समिति का गठन भी गुप्ता के कार्यकाल में हुआ। साथ ही 23 करोड़ की लागत के इंडोर हॉल की स्वीकृति तथा वर्तमान खेल सुविधाओं के विकास के कार्य हुए। कुम्हारों का भट्टा तक जाने वाले नए रोड तथा अन्य कार्यों के लिए कृषि विश्वविद्यालय के साथ एमओयू किया गया। यूआईटी का कम्प्यूटराइजेशन करने तथा रोड नेटवर्क के बाकी कार्यों को पूर्ण करवाने जैसी उपलब्धियां भी श्री गुप्ता के खाते दर्ज है।

अतिक्रमण हटाना और पुनर्वास

श्री गुप्ता के कार्यकाल में बड़गांव पहाडि़यों से अतिक्रमण हटाने जैसी कार्यवाही की गई। साथ ही शहर में विभिन्न स्थानों पर अतिक्रमण कर बसे परिवारों का बिलिया गांव में पुनर्वास करने का कार्य मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा भी काफी सराहा गया।

एक्शन उदयपुर को मिली राष्ट्रीय स्तर पर पहचान

श्री गुप्ता के निर्देशन में चलाए गए एक्शन उदयपुर प्रोजेक्ट एवं उसकी मोबाइल एप ने काफी लोकप्रियता अर्जित की। देश भर में इसकी प्रशंसा हुई। वाटर एटीएम की योजना को राज्य में लागु किया गया है।

हाइप्रोफाइल आयोजन

श्रीगुप्ता का कार्यकाल बड़े आयोजनों के लेकर भी याद किया जाएगा। उनके कार्यकाल में सिंगापुर के प्रधानमंत्री ने यहां आकर मुख्यमंत्री के साथ पर्यटन शिक्षा से जुड़ा एमओयू किया। ब्रिक्स देशों की समिट भी उनके कार्यकाल में हुई। राजधानी दिल्ली से बाहर पहली बार जीएसटी काउंसिल की बैठक उदयपुर में सफलतापूर्वक आयोजित हुई।

ई गवर्नेंस के लिए मिले दो अवार्ड

उनके कार्यकाल में ई गवर्नें पर अच्छा कार्य हुआ। जिले को इस उपलब्धि पर दो अवार्ड हासिल हुए। इसी दौरान आउटलुक ट्रेवल पत्रिका की ओर से किए गए सर्वे में उदयपुर को देश का बेस्ट पर्यटन स्थल भी घोषित किया गया।

हुई नवीन स्वीकृतियां

सीनियर सिटीजन हेल्पलाइन, नीमच माता नया रोप वे तथा फतहसागर गेलेरी में विश्वस्तरीय एक्वेरियम जैसी स्वीकृतियां श्रीगुप्ता के कार्यकाल की अन्य उपलब्धियों में सम्मिलित हैं। झीलों में सीवरेज गिरने से रोकने को किए गए प्रयास भी उल्लेखनीय है।

पर्यटन के क्षेत्र में नवाचार

वाटर स्पोर्ट्स को बढ़ावा देना, लेक फेस्टीवल, म्यूजिक फेस्टीवल एवं गवरी फेस्टीवल का आयोजन भी काफी सराहे गये।

गर्विलों मेवाड़ व उत्थान कार्ड बने विशेष उपलब्धियां

स्वच्छ भारत मिशन के तहत जिले को ओडीएफ करने के लिए गर्विलो मेवाड़ मिशन शुरु करने और मनरेगा में व्यक्तिगत लाभ के कार्यों हेतु उत्थान कार्ड जैसे कार्य श्रीगुप्ता के कार्यकाल की महत्वपूर्ण उपलब्धियां हैं। अब वे कोटा जिला कलक्टर के रुप में अपने अनुभव का लाभ हाड़ौती क्षेत्र को प्रदान करेंगे।