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उदयपुर में हीट वेव का असर, गर्मी तेज होने से बढ़ा तापमान

इस साल मई के महीने में उदयपुर में होगी तेज गर्मी

 

उदयपुर में पिछले 4 दिनों से  फिर तापमान में बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसी का असर रहा की आज सुबह का तापामन बढ़कर 39 डिग्री पर पहुंच गया। वहीं दिन का पारा लगातार 40 डिग्री के पार कर रहा है।  

इस बारे में जानकारी देते हुए मौसम विशेषज्ञ नरपत सिंह राठौड़ ने बताया कि इस बार वेस्टर्न डिस्टरबेंस गलत समय पर आने से विशेष रुप से खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचा है। पिछले 4 दिनों से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म हो गया है। इसी स्थिति में पूरे उत्तर पश्चिम भारत में जिसमे राजस्थान भी है गुजरात, मध्यप्रदेश का कुछ भाग पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा में तापमान बढ़ेंगे, जहां तापमान 40 से 45 डिग्री जा सकता है । 

पूरे उत्तर पश्चिमी भारत में लू की स्थिती बनेगी और अब वेस्टर्न डिस्टर्बेंस के सक्रिय होने के बहुत चांस है। यदि बंगाल को खाडी में जो करवट सक्रिय हुआ है अगर उसकी तीव्रता 12 मई तक बढ़ती है तो और इसको दिशा उत्तर और पश्चिम में रहती है तो दक्षिण राजस्थान में 13,14 मई तक उसका असर होगा। यह चक्रवात पूर्व की ओर जाता है तो विशेष रुप से बर्मा, अंडमान और थाईलैंड और इंडोनेशिया और मलेशिया में बारिश होगी।

राठौड़ ने बताया कि इस चक्रवात का मानसून पर कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि यह पहली बार है कि मई माह में यह चक्रवात बना है इसका मानसून पर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसी के साथ हिंद महासागर, अरब महासागर और बंगाल की खाड़ी में मानसून से पहले की गतिविधियां शुरू हो चुकी है जिसको देखते हुए या अनुमान लगाया जा रहा है कि इस साल मॉनसून देर से शुरू होगा।

राठौड़ ने कहा कि अगर उदयपुर की बात की जाए तो उदयपुर में भी पिछले 4 दिनों में तापमान 39 से 40 डिग्री तक पहुंच गया है। इसका कारण है कि उदयपुर भले ही अरावली पर्वत माला से घिरा हुआ है लेकिन हमारी अरावली शहीद होने के कारण या इन अरावली माउंटेन रेंज पर पेड़ों की कमी होने के कारण सूखा है और और साथ ही में यह क्षेत्र पथरीला होने के कारण ऐसी परिस्थिति में तापमान 40 डिग्री के ऊपर जाएगा। तापमान का 40 डिग्री से ऊपर जाने का मतलब है कि यहां के पशु और इंसानों के लिए यह नुकसानदायक है।