हिन्दुस्तान जिंक राजपुरा दरीबा को राज्य स्तरीय भामाशाह समारोह में पहला पुरस्कार
हिन्दुस्तान जिंक की पांच इकाईयों राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स, चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर, जावर माइंस, रामपुरा आगुचा खान और कायड़ माइन को वर्ष 2019-20 में शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए राज्य स्तरीय 26वें भामाशाह सम्मान समारोह में पुरस्कृत किया गया। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के मुख्य अतिथ्य में विडियों कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन भामाशाह सम्मान समारोह में राजस्थान के प्रमुख 50 भामाशाहों से संवाद कर राजस्थान स्कूल शिक्षा में दिए गए सहयोग के लिए प्रोत्साहित किया गया। समारोह में हिन्दुस्तान जिंक राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स को राज्य में प्रथम पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
समारोह में हिन्दुस्तान जिंक की हेड सीएसआर अनुपम निधि ने सुझाव दिया कि विद्यार्थियों को सीखने में तकनीक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है साथ ही भाषा से जोडने के लिए अधिक से अधिक अंग्रेजी को शामिल करने के प्रयास करने होंगें। हिन्दुस्तान जिंक के डायरेक्टर माइंस सुजल शाह, हेड कायड माइन कस्तुर मीणा, सीएसआर हेड विशाल अग्रवाल, दलपत सिंह चौहान, अभय गौतम, आनंद चक्रवर्ती, रूचिका चावला ने इस अवसर पर अपने क्षेत्रो में हिन्दुस्तान जिंक द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यो की जानकारी एवं सुझाव दिए।
इस वर्ष हिन्दुस्तान जिंक की इकाईयों द्वारा करीब 32.59 करोड की राशि व्यय की गयी। राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स ने राज्य में शिक्षा उन्नयन हेतु सर्वाधिक 8.95 करोड़ की राशि व्यय कर राज्य में प्रथम, चंदेरिया लेड जिंक स्मेल्टर ने 7.01 करोड़, जावर माइंस ने 7.59 करोड़, रामपुरा आगुचा ने 6.70 एवं कायड माइन द्वारा 2.34 करोड व्यय किया गया।
इन कार्यो में राजकीय माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में गणित, अंग्रेजी व विज्ञान विषयाध्यापकों की अतिरिक्त व्यवस्था, विद्यालयों का जीर्णोद्धार, उंची उडान कार्यक्रम में आईआईटी हेतु कोचिंग, माइंडस्पार्क कार्यक्रम के तहत् पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को कम्यूटर के माध्यम से हिन्दी, अंग्रेजी और गणित का अध्ययन, छात्राओं को रिंगस महाविद्यालय में उच्च शिक्षा हेतु सहयोग, पुस्तकालय व प्रयोगशाला हेतु फर्नीचर एवं सुरक्षा उपकरण, अध्यापको के अध्ययन हेतु पुस्तकें एवं अध्ययन सामग्री, राजकीय अध्यापको हेतु कार्यशाला, ग्रीष्मकालीन प्रशिक्षण शिविर, शिक्षा संबंल के अन्तर्गत नियुक्त किये गये अध्यापकों का आमुखीकरण प्रशिक्षण, बाल कल्याण केन्द्र के छात्र छात्राओं को शुद्ध पेयजल, गणवेश वितरण, ब्लाॅक स्तरीय खेलकुद प्रतियोगिताओं में सहयोग, ब्लाॅक स्तरीय विज्ञान मेले में आर्थिक सहयोग, अलग-अलग राजकीय विद्यालयों में कक्षा-कक्षों का निर्माण, बालिकाओं एवं बालकों के लिए शौचालय का निर्माण, ट्युबवेल लगवाने का कार्य, ग्रीन बोर्ड उपलब्ध कराना, विद्यालयों की छतों पर वाटर प्रुफींग का कार्य, भुमीगत टेंक का निर्माण, जिलों के 3089 आंगनवाडी केन्द्रो पर शालापुर्व शिक्षा, स्वास्थ्य परिक्षण किया जा कर शैक्षिक उन्नयन हेतु खुशी कार्यक्रम द्वारा सहयोग किया गया है।