रिकार्ड 5 दिनों में तैयार हिन्दुस्तान जिंक के प्लांट से अब तक 10 हजार सिलेण्डर ऑक्सीजन की आपूर्ति
अतिरिक्त 160 टन लिक्विड ऑक्सीजन से करीब 26 हजार सिलेण्डर की मदद
उदयपुर, राजसमंद, डुंगरपुर, सिरोही,जालौर सहित भीलवाड़ा में दी जा रही ऑक्सीजन की सप्लाई
हिन्दुस्तान जिंक के राजपुरा दरीबा काॅम्प्लेक्स में रिकार्ड 5 दिनों में दिन रात कार्य किये ऑक्सीजन बाॅटलींग प्लांट से अब तक 6 जिलों में 10 हजार सिलेण्डर ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा चुकी हैै। संयंत्र द्वारा उदयपुर के आरएनटी मेडिकल काॅलेज और बाॅटलिंट प्लांट से चिकित्सालयों को 160 टन लिक्विड ऑक्सीजन की पूर्ति के साथ ही उपलब्ध करायी गयी आक्सीजन ने कोविड संक्रमित रोगियों को प्राण वायु उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
जिला उद्योग केंद्र राजसमंद के महाप्रबंधक सही राम विश्नोई की देखरेख में संचालित दरीबा स्मेल्टिंग काॅम्प्लेक्स के ऑक्सीजन बाॅटलिंग प्लांट की उपलब्धि पर विश्नोई ने कहा कि आम जनता के लिये महामारी के दौरान सही समय पर हिन्दुस्तान जिंक द्वारा तैयार कर प्रारंभ किये गये इस ऑक्सीजन प्लांट से प्रतिदिन 500 से 600 सिलेण्डर ऑक्सीजन आस पास के 6 जिलों राजसमंद, उदयपुर, डुंगरपुर, सिरोही, जालौर और भीलवाड़ा के चिकित्सालयों को उपलब्ध कराये जा रहे है।
आपातकालीन स्थिति में कही भी ऑक्सीजन की आपूर्ति में कमी नही होने दी गयी है। हिन्दुस्तान जिंक द्वारा निःशुल्क दी जा रही इस सेवा से सही समय पर सहायता पहुंचाई जा सकी है। इसके अलावा हिन्दुस्तान जिंक ने अब तक 160 टन लिक्विड ऑक्सीजन की सप्लाई भी उदयपुर आरएनटी मेडिकल काॅलेज को टैंकर के माध्यम से दी है।
कोविड 19 के मामलों में तेजी से बढ़ने से राहत एवं बचाव के लिये हिन्दुस्तान ज़िंक ने इससे प्रभावित लोगों को राजस्थान सरकार के साथ मिलकर प्राथमिक चिकित्सा देखभाल उपलब्ध कराने की पहल की है।
इस पहल के तहत् दरीबा में डीएवी स्कूल में 350 बेड के कोविड केयर सेंटर के लिये आवश्यक सहायता के साथ ही दरीबा के सामुदायिक केंद्र के सामने स्थित खेल मैदान में 100 बेड का एयरकंडीशन अत्याधुनिक कोविड फिल्ड हाॅस्पीटल की स्थापना कार्य भी प्रगति पर है। इसमें 80 बेड ऑक्सीजन और 20 बेड आईसीयू सुविधायुक्त होगें।
हिन्दुस्तान जिंक द्वारा संचालन क्षेत्र के 5 जिलों में क्रिटिकल केयर बेड, प्रशासन के साथ मिल कर चिकित्सालयों में आवश्यक उपकरण, आरटीपीसीआर मशीन, ऑक्सीजन सिलेण्डर, हाइपोक्लोराइट के छिडकाव, पीपीई किट एवं मास्क की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के प्रयास किये जा रहे है।