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LIC में आईपीओ जारी करने और निजीकरण के विरोध में बीमाकर्मियों का प्रदर्शन

भारतीय जीवन बीमा निगम के कर्मचारी एवं अधिकारी संगठनों  के संयुक्त मोर्चा के आह्वान पर आज जीवन बीमा कर्मियों ने "सार्वजनिक बीमा उद्योग बचाओ दिवस मनाया"

 

उदयपुर 19 जनवरी 2022 । आज भारतीय जीवन बीमा निगम के प्रथम, द्वितीय, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के समस्त कर्मचारियों ने संयुक्त मोर्चा के आवाहन पर  उदयपुर मंडल की सभी शाखाओं में केंद्र सरकार के द्वारा एलआईसी में आईपीओ जारी करने एवं सार्वजनिक बीमा क्षेत्र में विनिवेश के जरिए निजीकरण  की ओर बढ़ते कदम के  विरोध में प्रदर्शन आयोजित कर सार्वजनिक बीमा उद्योग बचाओ दिवस मनाया। उदयपुर में सब सिटी सेंटर पर स्थित मंडल कार्यालय के बाहर द्वार सभा आयोजित की गई एवम जोरदार नारेबाजी के साथ प्रदर्शन कर विरोध जताया

एन जेड आई ई ए के मंडल अध्यक्ष एम एल सीयाल ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा एलआईसी में आईपीओ जारी करना ना केवल बीमा धारकों के साथ धोखा है, अपितु निजीकरण की ओर बढ़ते कदमों से देश के विकास के कार्य अवरुद्ध होंगे, जो देश हित में नहीं है। 

पूर्व में बीमा धारकों के साथ हो रही धोखाधड़ी को रोकने एवं बीमा धारकों की बचतों को देश के विकास में निवेश करने हेतु आज ही के दिन 19 जनवरी 1956 को बीमा उद्योग का राष्ट्रीयकरण किया गया था, जो आज देश के विकास में योगदान एव बीमा धारकों के हितों की रक्षा में पूर्ण रूप से खरा उतरा है। 

मण्डल सचिव अनूप जैन ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि आज भारतीय जीवन बीमा निगम विश्व की प्रथम बीमा कंपनियों में से एक है, अटूट संपदा के धनी इस वित्तीय संस्थान का देश के विकास में बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहा है जिससे देश की जनता भली-भांति अवगत है। देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ की हड्डी माने जाने वाले वित्तीय संस्थान जीवन बीमा निगम को कमजोर करने हेतु किए जा रहे केंद्र सरकार के प्रयासों की सभी वक्ताओं ने कड़े शब्दों में भर्त्सना की एवम एवं केंद्र सरकार से अपने आईपीओ जारी करने के इस राष्ट्र विरोधी निर्णय को वापस लेते हुए बीमा उद्योग को देश हित में और अधिक सुदृढ़ बनाने की पूरजोर मांग की।  

सभा को प्रथम श्रेणी अधिकारी संगठन के पी के सिंघवी, मीत तामरा, द्वितीय श्रेणी अधिकारी संगठन के भरत उपाध्याय एन जेड आई ई ए के मंडल सहसचिव महेश बदलानी, हेमंत सिंह एवं जितेंद्र बोर्डिया, दिनेश भारती, प्रतिमा जैन, निरूपाल चौधरी, मनीष वर्मा, बीरेंद्र सिंह ने भी संबोधित किया। 

सभी वक्ताओं ने केंद्र सरकार की नव उदारवादी आर्थिक नीतियों की कड़ी आलोचना की एवं इनको देश की आर्थिक संप्रभुता को खतरा बताया। कर्मचारियों ने वित्त मंत्री हाय हाय, बीमा क्षेत्र का  निजीकरण नहीं चलेगा, एलआईसी में आईपीओ जारी करना बीमा धारकों के साथ धोखा है, हर जोर जुल्म की टक्कर में संघर्ष हमारा नारा है, एआईआईईए- जिंदाबाद,  बीमा कर्मचारी अधिकारी एकता जिंदाबाद आदि नारो के साथ जोरदार प्रदर्शन किया।