कलियुगी भांजी ही निकली अपनी मामी की क़ातिल
उदयपुर जिले के सलूम्बर के पूर्बिया मोहल्ले में शुक्रवार को एक महिला राजू देवी की घर में ही दर्दनाक हत्या के मामले में पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए मृतका की भांजी को गिरफ्तार किया हैै। दरअसल कर्ज में डूबी भांजी ने मृतका से आर्थिक सहायता मांगी और मृतका द्वारा मना करने पर आरोपी महिला ने वहीं रखे ईयरफोन से गला घोंटा और बाद में सिर को फर्श पर पटक-पटककर हत्या कर दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार शुक्रवार को राजू देवी (45) पत्नी मुकेश गांछा निवासी कलालवाड़ी सलूम्बर की उसी की घर में हत्या कर दी थी। मृतका का पहले ईयर फोन से गला घोंटा गया और बाद में सिर फर्श पर पटक-पटकर हत्या कर दी। इस मामले में जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र प्रसाद गोयल ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सलूम्बर नारायणसिंह राजपुरोहित ने थानाधिकारी सलूम्बर शैलेन्द्रसिंह, झल्लारा थानाधिकारी कपिल पाटीदार, एसआई सज्जनसिंह, एएसआई अब्दुल रज्जाक, कांस्टेबल अशोक कुमार, गोपाल कृष्ण, मनोहरसिंह, साहिर अहमद, विक्रमसिंह की टीम का गठन किया।
घटना के बाद प्रथम दृष्टया घर से कुछ भी चोरी होना सामने नहीें आया था। सुबह जब मृतका का अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही थी तो अंतिम बार पहनाने के लिए गहने अलमारी से निकालने का प्रयास किया तो पता चला कि गहने और नकदी भी अलमारी से गायब है। जब पुलिस के सामने बिना अलमारी तोड़े अलमारी से गहने और नकदी गायब होना सामने आया तो पुलिस अधिकारियों को पुष्टि हो गई कि मामले में किसी ना किसी परिचित का ही हाथ है।
इस पर पुलिस अधिकारियो ने जांच की सामने आया कि मृतका राजूदेवी के घर से अंतिम बार रेखा पत्नी गोविन्द गांछा निवासी कलालवाड़ी सलूम्बर को निकलते हुए देखा था। रेखा मृतका राजू देवी की ननद की बेटी है। इस पर पुलिस ने रेखा से पूछताछ की तो वह टूट गई । रेखा के चेहरे पर खरोंचों के निशान भी थे, पुलिस ने जब इन खरोंचों के बारे में पूछा तो वह टालमटोल करने लगी। सख्ती से पूछताछ में आरोपी रेखा ने हत्या करना स्वीकार कर लिया। रेखा ने बताया कि उसकी आर्थिक स्थिति कमजोर है और उसे पैसों की सख्त ज़रुरत थी। रेखा को पता था कि राजू देवी का पति मुकेश गांछा सरकारी नौकरी करता है और उसके घर में काफी पैसे है। इसी कारण वह शुक्रवार को राजूदेवी से 50 हजार रूपए उधार लेने गई थी। उस दौरान राजू देवी पलंग पर बैठी थी। रेखा ने 50 हजार रूपए मांगे तो राजूदेवी ने साफ मना कर दिया।
बार-बार पैसे मांगने पर राजू देवी ने रेखा को डांट दिया। जिससे रेखा आवेश में आ गई और वहीं रखा ईयर फोन उठाया और राजूदेवी के गले में डालकर गला घोंटना शुरू कर दिया। राजूदेवी ने संघर्ष किया, जिससे रेखा के चेहरे पर खरोंचे आ गई। बचने के प्रयास में पलंग से राजूदेवी नीचे गिर पड़ी और रेखा ने राजूदेवी को उलटे मुहं जबरन लेटा कर पीछे उपर सवार होकर बालों को पकड़कर सिर को जमीन पर पटकना शुरू कर दिया। लगातार सिर पटकने के कारण राजूदेवी का सिर फट गया और कुछ देर तक तड़पने के बाद दम तोड़ दिया। हत्या के बाद रेखा को पता था कि राजूदेवी के घर की अलमारी की चाबी कहां पर रहती है तो उसने वहां से चाबी निकालकर अलमारी का लॉकर खोलकर 1 लाख रूपए नकद और करीब 13 से 14 तोला सोने के जेवर चोरी कर रवाना हो गई। जाते समय चाबी को पुनः वहीं पर रखकर चली गई। 24 घंटे में हत्या खुलासा करने पर पुलिस ने राहत की सांस ली है और आरोपी रेखा से नकदी और जेवरातों के बारे में पूछताछ कर रही है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सलूम्बर नारायणसिंह ने बताया कि हत्या के बाद रेखा चली गई और शाम को ऐसे आई जैसे उसे भी लोगों ने बताया हो। आते ही उसने रोने-धोने के जमकर नाटक किए। सुबह भी जब मृतका के शव को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था तो उस समय भी जमकर नाटक किए।
पुलिस के अनुसार हत्या के बाद रेखा घर से रवाना हो गई थी। रेखा जब राजूदेवी के घर पर आ रही थी तो उसे पड़ोसियों ने देखा था और पुनः जाने के दौरान भी देखा था। इसी कारण जब पुलिस पूछताछ कर रही थी तो पड़ोसियों ने बताया कि रेखा घर आई थी। इसके बाद पुलिस को शक हुआ था। बाद में जब पता चला कि घर से गहने गायब है तो पुलिस को पूरा विश्वास हो गया कि हत्या में रेखा का हाथ है।