मृत घोषित व्यक्ति को अंतिम संस्कार से पहले आई सांसें
उदयपुर लाकर वेंटिलेटर पर किया भर्ती
उदयपुर 14 जून 2025। मुंबई के एक अस्पताल में मृत घोषित किए गए एक व्यक्ति की सांसें उस समय लौट आईं जब उसका शव एंबुलेंस से उदयपुर के सायरा क्षेत्र स्थित गांव लाया जा रहा था। यह चौंकाने वाला मामला सायरा थाना क्षेत्र के झालों का कलवाणा गांव का है, जहां 60 वर्षीय धनसिंह राजपूत की मृत्यु की खबर से गांव में मातम छा गया था, लेकिन बीच रास्ते उनकी सांसें चलने लगीं और उन्हें तत्काल उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जानकारी के अनुसार, धनसिंह राजपूत मुंबई के जवेरी बाजार स्थित एक ज्वैलरी की दुकान में काम करते हैं। गुरुवार सुबह उन्हें दिल का दौरा पड़ा, जिसके बाद उन्हें मुंबई के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। दुकान मालिक ने यह सूचना धनसिंह के परिवार को गांव में दी, जिसके बाद परिवारजन शोक में डूब गए।
धनसिंह का शव एंबुलेंस से उदयपुर होते हुए उनके गांव लाया जा रहा था। अंतिम संस्कार की सभी तैयारियां हो चुकी थीं। इसी बीच दुकान मालिक अपने परिवार सहित अंतिम दर्शन के लिए मुंबई से उदयपुर पहुंचे और वहां से कार द्वारा गांव रवाना हुए।
जब एंबुलेंस सेमड़ गांव के पास पहुंची और मालिक दर्शन के लिए वहां पहुंचे तो एंबुलेंस का दरवाजा खोलते ही सब लोग हैरान रह गए। धनसिंह की सांसें चल रही थीं। तत्काल उन्हें गांव न ले जाकर उदयपुर के एमबी अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें वेंटिलेटर पर लिया।
एमबी अस्पताल के सहायक आचार्य डॉ. धीरज कुमार मित्तल ने बताया कि मरीज को अस्पताल लाया गया और तुरंत उपचार शुरू किया गया। मरीज की पहले की कोई चिकित्सकीय जानकारी उपलब्ध नहीं कराई गई है। फिलहाल वह कोमा में हैं और ब्लड प्रेशर नहीं आ रहा है, इसलिए उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया है।
गांव में जहां शोक का माहौल था, वह अचानक आशा और राहत में बदल गया। यह घटना सभी के लिए एक चमत्कार से कम नहीं मानी जा रही।