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पिता की डांट से परेशान हो घर छोड़ा था लेकिन अब 8 दिन बाद बेटा वापस मिला 

बच्चे के साथ कुछ गलत होने की आशंका पर वॉलियंटर्स ने प्रेम केयर फाउंडेशन के संचालक आशीष खत्री को बुलाया।

 

उदयपुर 13 जनवरी 2022 ।  उदयपुर के निवासी आशीष खत्री ने मानवता की मिसाल कायम करते हुए मध्य प्रदेश से आये बच्चे को उसके माता-पिता से मिलवाया। जहाँ एक तरफ कलयुगी दुनिया में इंसान अपने स्वार्थ के लिए कुछ भी कर गुजरने लगता है वही दूसरी और इसी युग में भले इंसानों की वजह से आज 13 वर्षीय लापता बालक अपने माता पिता से वापस मिल पाया है।  

दरअसल मध्य प्रदेश जिला धार के रहने वाला नाबालिग अपने पिता की डांट से नाराज हो कर पहले गुजरात चला आ गया जहाँ उसने बाल मजदूरी की। उसके बाद गुजरात से राजस्थान के उदयपुर जिले में आ गया। लेकिन मंगलवार को नाबालिग सूरजपोल चौराहे पर नजर आया जहाँ वो सर्दी से ठिठुर रहा था। तभी वहां से गुज़रने वाले प्रेम केयर फाउंडेशन के ​वॉलियंटर्स को नाबालिग दिखा जिस पर बच्चे से पूछताछ की तो दर से सहमे बच्चे ने कुछ जवाब नहीं दिया। जिस पर नाबालिग के साथ कुछ गलत होने की आशंका पर वॉलियंटर्स ने प्रेम केयर फाउंडेशन के संचालक आशीष खत्री को बुलाया।  

प्रेम केयर फाउंडेशन के ​संचालक आशीष खत्री अपने साथ ले गए। आशीष खत्री ने बताया की बालक बाल मजदूरी के लालच में कई जगहों पर काम करके अब परिवार तक पहुंच पाया है। 

गनीमत रही कि वो गुजरात और राजस्थान तक जाने के बावजूद किसी एजेंट के हाथ नहीं लगा वर्ना ऐसी स्थिति में आसानी से इसकी तस्करी हो जाती। वही दूसरी और जिला अधीक्षक मनोज कुमार चौधरी के समक्ष आशीष ने सारी बात पेश की।  

मामले की गंभीरता को देखते हुए सूरजपोल थानाधिकारी को बालक के परिजन के बारे मं पता लगाने के निर्देश दिए गए। सूरजपोल थानाधिकारी मय टीम ने एमपी के धार से संबंधित थाने से जानकारी जुटा परिजनों को सूचित कर उन्हें उदयपुर बुलाया। रात करीब 1 बजे स्थानीय पुलिस के साथ बालक के पिता सूरजपोल थाने पहुंचे। इस दौरान अपने बेटे को देखकर पिता रोने लगा। परिवार के लोग पिछले 7 दिनों से उसे कई इलाकों में ढूंढ रहे थे। बच्चे के परिजनों ने और एमपी के धार जिले की पुलिस ने सूरजपोल थाने की कार्यवाही की प्रशंसा करते हुए आभार जताया।