महिला पर हमला करने वाले पैंथर को किया केवड़ा की नाल में रेस्क्यू
15 अक्टूबर को किया था महिला पर हमला, जिससे महिला की हो गई थी मौत
उदयपुर 27 नवंबर 2020। वन विभाग के प्रयासों से वन मण्डल उदयपुर के रेंज सराड़ा में केवड़ा की नाल में पैन्थर का रेसक्यू किया गया।
उप वन संरक्षक अजय चित्तौड़ा ने बताया कि इस वन क्षेत्र में गत 15 अक्टूबर को एक पैन्थर द्वारा सालरघाटी निवासी महिला श्रीमती भंवरी देवी पर हमला करने से हुई मौत के पश्चात् लोगो में भय व्याप्त था। पैन्थर को पकडने हेतु विभाग द्वारा तत्काल एक पिंजरा मौके पर लगाया गया। जनाक्रोश को देखते हुए अगले दिवस क्षेत्र का निरीक्षण करने उपरान्त पृथक-पृथक स्थानों पर 4 अन्य पिंजरे लगवाये गये। पैन्थर की गतिविधियों को ट्रेक करने के लिए क्षेत्र में 7 केमरा ट्रेप भी लगाये गये। इसके साथ ही क्षेत्र में लगातार अधीनस्थ स्टॉफ द्वारा गश्त की गई।
डीएफओ द्वारा पैन्थर को पकड़ने हेतु लगातार मॉनिटंरिंग की गई एवं अधीनस्थ स्टॉफ को आवश्यक निर्देश दिए। लगभग एक माह से अधिक समय से लगातार पैन्थर के मूवमेन्ट को ट्रेक किया जा रहा था। लगाये गये केमरा ट्रेप में पैन्थर का मूवमेन्ट नजर आने एवं उसके अनुसार अलग-अलग तकनीक से पैन्थर के मुवमेन्ट को देखते हुए पिंजरा लगाने पर भी पैन्थर पिंजरे में कैद नही हुआ। पैन्थर की गतिविधियों का विश्लेषण करने पर यह पाया कि पैन्थर गतिविधियों को भांप गया है एवं सर्तक हो गया है। इसे देखते हुए एक अलग प्रकार का पिंजरा नई तकनीक का बनवाया गया, जो पहले लगाये गये पिंजरों से अलग था। पिंजरा लगाये जाने के पहले दिन ही गुरुवार की रात्रि को पैन्थर पिंजरे में कैद हो गया।
पैन्थर रेस्क्यू टीम प्रभारी मोहन लाल मेघवाल, क्षेत्रीय सराडा के वन अधिकारी महेन्द्र सिंह चुण्डावत, सुरेन्द्र सिंह, नाका केवडा प्रभारी कैलाश मेघवाल, रामलाल, भगवती लाल मीणा, प्रकाश पटेल, जितेन्द्र सिंह, वनरक्षक, नारायण लाल कुमावत, सज्जन सिंह, प्रहलाद सिंह आदि कार्मिकों ने इस कार्य में विशेष योगदान दिया गया।