×

संसार के प्राचीनतम राज्य मेवाड़ का राजस्थान में विलय कर तत्कालीन महाराणा बने राज्य प्रमुख:डॉ.मेनारिया

तक्षशिला विद्यापीठ संस्थान उदयपुर में राजस्थान दिवस पर संगोष्ठी

 

उदयपुर 31 मार्च 2023 । इतिहास में राजपूताना से पहचाने जाने वाले क्षेत्र में 19 रियासतें, 3 चीफ सिफ्श (कुशलगढ़, लावा, नीमराणा), दो ब्रिटिश शासित क्षेत्र का समायोजन 7 चरणों में मत्स्य संघ, राजस्थान संघ, संयुक्त राजस्थान, वृहृद राजस्थान, मत्स्य का विलय, राजस्थान संघ का विलय का कार्य सरदार वल्लभभाई पटेल द्वारा 14 जनवरी 1949 को उदयपुर में वृहद राजस्थान निर्माण की घोषणा की। 

तत्पश्चात 30 मार्च 1949 को जयपुर में पंडित जवाहरलाल नेहरू ने राजस्थान का उद्घाटन कर महाराणा भूपाल सिंह को राजप्रमुख व माणिक्य लाल वर्मा को राजस्थान का मुख्यमंत्री की शपथ दिलाकर संसार की प्राचीनतम राज्य मेवाड़ का स्वतंत्र भारत के राजस्थान राज्य में विलय किया।

उक्त विचार ग्लोबल हिस्ट्री फोर्म के अध्यक्ष डॉ. जी. एल.मेनारिया ने राजस्थान दिवस पर तक्षशिला विद्यापीठ संस्थान की ओर से यहां सेक्टर 5 में आयोजित "राजस्थान के विकास में उदयपुर का योगदान" विषयक संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।

मुख्य अतिथि  मेवाड़ इतिहास परिषद् के महा सचिव  डॉ.मनोज भटनागर ने उदयपुर में पर्यटन व विकास की संभावनाओं को बताते हुए राजस्थान की कला संस्कृति के संरक्षण व संवर्धन को आवश्यक बताया।

सम्मानीय अतिथि राजस्थान आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी संघ उदयपुर के पूर्व अध्यक्ष डॉ. गुणवंत सिंह देवड़ा ने आधुनिक राजस्थान को विश्व भर में पहचान दिलाने में उदयपुर के इतिहास, धरोहरो, सुरम्य वातावरण, यशोगाथाओं पर प्रकाश डाला।

विशिष्ट अतिथि अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के संभाग संयोजक शिरीष नाथ माथुर ने राजस्थान की सांस्कृतिक विरासत एवं धरोहर के महत्व पर प्रकाश डाला |

आयुर्वेद चिकित्सक संघ उदयपुर के अध्यक्ष डॉ गोपाल राम शर्मा, अखिल भारतीय कायस्थ महासभा की राष्ट्रीय मंत्री गौरीशंकर भटनागर, डॉ. महेंद्र भटनागर, डॉ मीनाक्षी मेनारिया, सन्नी माथुर ने राजस्थान के विकास की परंपरा पर विचार रखें। संगोष्ठी का संयोजन राम सिंह राठोड ने किया।