{"vars":{"id": "74416:2859"}}

कोरोना महामारी में अपनी नौकरी गंवा चुके राजसमंद के युवाओं को मिलने लगे ट्रेनिंग व रोजगार के अवसर
 

 
हिन्दुस्तान जिंक के स्किल्स एंड आंत्रप्रिन्योरशिप डवलपमेंट इंस्टीट्यूट ने की बेरोजगारों के लिए नई पहल

कोरोना महामारी के कारण नौकरी गंवा चुके राजसमंद के युवाओं को दुबारा रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। हिन्दुस्तान जिंक के स्किल्स एंड आंत्रप्रिन्योरशिप डवलपमेंट इंस्टीट्यूट ने अंबुजा सीमेंट फाउंडेशन के साथ यह पहल शुरू की है। पहले भी रेलमगरा व आसपास गांवों के 500 युवाओं को रोजगार उपलब्ध करवाए जा चुके हैं।

दो महिनों में यह इंस्टीट्यूट आनलाइन ट्रेनिंग द्वारा 102 बेरोज़गार युवाओं और युवतियों को प्रशिक्षित कर संभावित नियोक्ताओं के साथ बातचीत कर उम्मीदवारों की मदद कर रहा है तथा उन्हें आनलाइन इंटरव्यू के लिए तैयार कर रहा है। अधिकांश प्रशिक्षु/ उम्मीदवार वे हैं जो पहले नौकरी कर रहे थे किंतु कोरोना संकट की वजह से अपनी नौकरी गंवा चुके हैं। 

इस सेंटर ने सिक्युरिटी गार्ड, असिस्टेंट इलेक्ट्रीशियन, माइक्रोफाइनेंस ऐक्ज़ीक्यूटिव, जनरल ड्यूटी असिस्टेंट को पुनः रोज़गार के अवसर दिए हैं। इसके लिए उनका इंटरव्यू कराया गया और फिर से नौकरी पर लगवाया गया। वर्तमान में सभी चार ट्रेड में लगभग 80 प्रशिक्षु आनलाइन ट्रेनिंग प्राप्त कर रहे हैं।

इस अवसर पर राजपुरा दरीबा काॅम्पलेक्स के निदेशक राजेन्द्र दशोरा ने कहा कि, स्किल डवलपमेंट सेंटर के जरिये इस इलाके के ज्यादा से ज्यादा बेरोज़गार युवाओं को प्रशिक्षण व रोज़गार मिल सकेगा। 

हिन्दुस्तान ज़िंक के सीएसआर प्रमुख अभय गौतम ने कहा कि, ’’स्किल डैवलपमेंट सेंटर के प्लेसमेंट आफिसर विनीत कल्ला बधाई के पात्र हैं जो कोरोना महामारी के बावजूद बेरोज़गार युवाओं के लिए रोज़गार के अवसर तलाशने का सराहनीय कार्य कर रहे हैं।