राजस्थान शिक्षक एवम् पंचायती राज कर्मचारी संघ चुनाव में शेर सिंह चौहान निर्विरोध प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचित
उदयपुर आगमन पर शिक्षकों ने स्वागत एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किया
शिक्षक-शिक्षा-शिक्षार्थी हित मे संघर्षशील शिक्षक नेता शेरसिंह चौहान के राजस्थान शिक्षक एवम् पंचायती राज कर्मचारी संघ चुनाव में निर्विरोध प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचित होकर उदयपुर आगमन पर शिक्षकों ने स्वागत एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किया।
जनजाति बाहुल्य क्षेत्र उदयपुर से प्रदेशाध्यक्ष का चयन होने से संभाग के शिक्षकों ने चौहान का उदयपुर आगमन पर देहली गेट स्थित थोब की बाडी सभागार में स्वागत एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किया।
अभिनंदन समारोह में शिक्षकों को संबोधित करते नवनिर्वाचित प्रदेशाध्यक्ष शेरसिंह चौहान ने कहा कि तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण शुरू करवाना तथा सभी शिक्षकों को साथ लेकर कार्य करना पहली प्राथमिकता रहेगी एवं टीएसपी, प्रतिबंधित जिलों के शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग को लेकर राज्यव्यापी आंदोलन प्रारंभ किया जाएगा ।
शिक्षक संवर्ग की वेतन विसंगतियों को दूर कर केंद्र के समान वेतन भत्ते देने, शिक्षकों को गैर शैक्षणिक कार्यों से मुक्त करने, सभी केडर के शिक्षकों की रुकी हुई पदोन्नतियां करने जैसी समस्याओं पर नवनिर्वाचित कार्यकारिणी की बैठक आयोजित कर निराकरण कराए जाने पर जोर दिया । चौहान ने शिक्षा, शिक्षाथीॅ व शिक्षको के स्वाभिमान व सम्मान के लिए हर स्तर पर संघर्ष के लिए तैयार रहने का आह्वान भी किया।
सम्मान समारोह में संगठन के नवीन व्यास, योगेन्द्र सिंह भाटी, सतीश जैन, स्वरूपसिंह शक्तावत, भैरूलाल कलाल, रूप लाल मीणा, महेन्द्र सिंह शक्तावत, कमलेश शर्मा, महिमा अग्रवाल, शोभा राणावत, धनेश्वरी वैष्णव, शाहीन परवीन, सुरेश गरासिया, गोपाल लक्षकार, अरविन्द मीणा, नीमेशनेमा, रूपेश मीणा, चन्द्रशेखर परमार, प्रेम बैरवा, फतहसिंह चौहान, देवी सिंह सारंगदेवोत, गोपी कुमावत, कन्हैयालाल सरवर, हितेन्द्र दवे, रमेश खटीक, नरेन्द्र अवाना, ललित पालीवाल, सोहन गरासिया, रेणु झाला, देवेन्द्र मीणा, दिलीप सिंह शक्तावत, प्रेम सिंह भाटी, बसन्त तिवारी, रईस खान, महासंघ के महामंत्री हेमन्त पालीवाल, प्रगतिशील शिक्षक संघ के लच्छी राम गुर्जर, ग्राम विकास अधिकारी संघ के जिलाध्यक्ष शंकरलाल कुम्हार सहित शिक्षक संघ के ब्लॉक व जिला कार्यकारणी के सैकड़ो शिक्षक उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन रणवीर सिंह राणावत ने किया।